Raksha Bandhan 2019: दाएं हाथ पर क्यों बांधी जाती है और क्या है राखी बांधने का पवित्र मंत्र? जानिए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 6, 2019 08:26 AM2019-08-06T08:26:38+5:302019-08-06T08:28:14+5:30
Raksha Bandhan 2019: आमतौर पर रक्षाबंधन के मौके पर मंत्रों का इस्तेमाल हम नहीं करते हैं। वैसे, शास्त्रों और पुराणों में कहा गया है कि रक्षा सूत्र बांधने के दौरान मंत्र पढ़े जाने से अधिक फल मिलता है।
Raksha Bandhan 2019: रक्षा बंधन का त्योहार हर भाई-बहन के लिए खास होता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती है। भाईयों की ओर से भी इस मौके पर अपने सामर्थ्य के मुताबिक बहन को उपहार देने की परंपरा है। हर साल सावन के आखिरी दिन पूर्णिमा के मौके पर मनाया जाने वाले रक्षा बंधन का त्योहार इस बार 15 अगस्त को पड़ रहा है।
खास बात ये भी है कि इस बार रक्षा बंधन के मौके पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त काफी लंबा है। इस बाह बहनें दिन भर में किसी भी समय अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। मान्यताओं के अनुसार राखी हमेशा भाई के दाएं कलाई पर ही बांधना चाहिए लेकिन क्या आपको मालूम है कि ऐसा क्यों है? यही नहीं, राखी बांधने के पवित्र मंत्र है जिसका इस्तेमाल अगर संभव है तो किया जाना चाहिए। आईए जानते हैं, राखी बांधने के मंत्र और शुभ मुहूर्त के बारे में बारे में....
Raksha Bandhan 2019: राखी बांधे पर हमेशा दाएं कलाई पर ही, ऐसा क्यों?
हिंदू मान्यताओं में दाएं हाथ को हमेशा शुभ माना गया है। इसलिए पूजा-पाठ या शुभ काम हमेशा दाएं हाथ से किये जाने चाहिए। ऐसा कहते हैं रक्षा सूत्र बांधने से ब्रह्मा विष्णु, महेश, लक्ष्मी, सरस्वती और दुर्गा सभी का आर्शीवाद प्राप्त होता है। यही वजह है कि राखी हमेशा दाएं हाथ में बांधा जाना जाना चाहिए।
Raksha Bandhan 2019: राखी बांधने का मंत्र
आमतौर पर रक्षाबंधन के मौके पर मंत्रों का इस्तेमाल हम नहीं करते हैं। वैसे, शास्त्रों और पुराणों में कहा गया है कि रक्षा सूत्र बांधने के दौरान मंत्र पढ़े जाने से अधिक फल मिलता है। आप भी अगर चाहें तो राखी बांधने के समय एक विशेष मंत्र का जाप कर सकते हैं। ये मंत्र कुछ इस प्रकार है-
येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचलः'
इस मंत्र का अर्थ है- 'जिस रक्षासूत्र से शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षा बंधन से मैं तुम्हें बांधता हूं, ये तुम्हारी रक्षा करेगा।'
Raksha Bandhan 2019: राखी बांधने का शुभ मुहूर्त और सही तरीका
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त इस बार 15 अगस्त को सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शुरू होगा और शाम 6.01 बजे तक बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। वैसे, सुबह 6 से 7.30 बजे, और सुबह 10.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक राखी बांधने का सबसे अच्छा मुहूर्त है।
सावन के पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 15:45 (14 अगस्त से) से ही हो जाएगी और इसका समापन 17:58 (15 अगस्त) को हो जाएगा। खास बात ये भी है कि कई सालों के बाद यह पहली बार होगा जब राखी के मौके पर भद्रा का साया नहीं होगा।
इस दिन बहनों को राखी की थाली सजानी चाहिए। इस थाली में रोली, अक्षत, कुमकुम, दीपक और राखी रखें। इसके बाद भाई को पूरब या पश्चिम की दिशा में खड़ा करें और उसकी आरती उतारें। उत्तर दिशा भी सही है। दक्षिण दिशा में खड़े होकर ऐसे शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। भाई के माथे पर तिलक लगाएं। इसके बाद उसके दाहिने हाथ में राखी बांधें।
राखी बांधने के बाद फिर भाई की आरती उतारें और कोई मिठाई अपने भाई को खिलाएं। भाई आपसे बड़ा है तो उसके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें। वहीं, अगर बहन बड़ी हो तो भाई को चरण स्पर्श करना चाहिए।