अहोई अष्टमी पर 31 साल बाद बन रहा है ये दुर्लभ संयोग, इन 3 चीजों की खरीदारी से मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
By मेघना वर्मा | Published: October 30, 2018 08:37 AM2018-10-30T08:37:35+5:302018-10-30T08:37:35+5:30
31 सालों बाद ये संयोग इस बार अहोई अष्टमी के दिन पड़ेगा। ये नक्षत्र हिन्दू धर्म में सबसे शुभ नक्षत्र माना जाता है।
मां लक्ष्मी की कृपा हर कोई पाना चाहता है। कोई रोजाना उनकी पूजा-अर्चना करता है तो कोई मन्नतें मांगता है। कुछ लोग तो मां लक्ष्मी के लिए उपवास तक रखते हैं। मगर इस बार 31 अक्टूबर को एक खास संयोग बन रहा है जिसमें मां लक्ष्मी की पूजा करने से अत्यधिक लाभ मिलेगा। जी हां इस साल 31 अक्टूबर को देश भर में अहोई अष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। इसी दिन सालों बाद पुष्य नक्षत्र का योग बन रहा है।
क्या है पुष्य नक्षत्र
31 सालों बाद ये संयोग इस बार अहोई अष्टमी के दिन पड़ेगा। ये नक्षत्र हिन्दू धर्म में सबसे शुभ नक्षत्र माना जाता है। मान्यता है कि इस नक्षत्र में किया गया सभी काम शुभ होता है। पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा भी कहा जाता है। यह 28 नक्षत्रों में 8वां नक्षत्र है और 12 राशियों में एकमात्र कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है।
ये है शुभ मुहूर्त
पुष्य नक्षत्र के समय चंद्रमा अन्य किसी भी राशि का स्वामी नहीं होता। इसी कारण मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में सुख-शांति और धन के लिए अच्छा होता है। इस बार 30 अक्टूबर की रात 3 बजकर 50 मिनट पर यह नक्षत्र लगेगा और इसका असर 31 अक्टूबर रात 2 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। इन समय के बीच किये गये काम हमेशा सफलता देंगे।
बस करें ये तीन काम
1. मां लक्ष्मी पर चढ़ाएं सोने या चांदी के सिक्के
इस नक्षत्र को मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बतलाया जाता है। इस दिन आप जो भी नया काम शुरू करेंगे वह हमेशा सफल होगा। इस नक्षत्र में आप मां लक्ष्मी पर चांदी या सोने के सिक्के जरूर चढ़ाएं ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा रहेगी और आपको कभी धन की कमी नहीं होगी।
2. नीलम यो मोती रत्न को करें धारण
वैसे तो अपनी राशि के अनुसार ही किसी भी रत्न का धारण करना चाहिए। मगर मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में पुखराज, नीलम, मोती आदि रत्न खरीदना और उसे धारण करना शुभ होता है। आप इस दिन पूजन साम्रगी भी खरीद सकते है ये भी शुभ माना गया है।
3. दुपहिया वाहन या बर्तन की करे खरीदारी
31 साल बाद बन रहे इस दुर्लभ संयोग के समय आप दुपहिया वाहन या पीतल और कांस के बर्तन भी खरीद सकते हैं। निवेश करने के लिए भी पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ माना गया है। ऐसा करने से परिवार में अनुकूलता बनी रहता है।