Vaishno Devi Temple: विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थान वैष्णो देवी की यात्रा को इस बार कई कारकों ने जबरदस्त नुक्सान पहुंचायौ। नतीजतन आने वालों की संख्या इस साल कोई नया रिकार्ड बना पाएगी या फिर एक करोड़ के आंकड़े को छू पाएगी कोई उम्मीद इसलिए नहीं है क्योंकि एक महीना ही बचा हुआ है और दिसम्बर में वैसे भी यात्रा में कमी आ जाती है।
आंकड़े कहते हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल अभी तक आने वालों की संख्या में पिछले साल से 24 लाख की कमी है। दिसम्बर से भी उतनी उम्मीद इसलिए नहीं रखी जा सकती क्योंकि अतीत में दिसम्बर में 5 से 6 लाख श्रद्धालु ही दर्शनार्थ आते रहे हैं पर इस बार अभी भी दर्जनों रेलों के रद्द रहने के कारण यह संख्या भी छू पाना मुश्किल लग रहा है।
वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के बकौल, इस बार पिछले 11 महीनों में आने वालों की संख्या 8891055 रही है, जो पिछले पिछले साल के मुकाबले 2476949 कम हैं। हालांकि श्राइन बोर्ड के साथ ही कटड़ा का व्यापारी वर्ग इस साल उम्मीद लगाए बैठा था कि आने वालों की संख्या नया रिकार्ड बनाएगी पर ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है।यात्रा में गिरावट के पीछे के कई कारण थे। वर्ष के प्रारंभ में प्रयागराज में जारी महाकुंभ, उसके बाद अप्रैल माह में अनंतनाग में आतंकी हमला, मई माह में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध और अगस्त माह की 26 तारीख को वैष्णो देवी मार्ग पर अर्धकुंवारी मंदिर क्षेत्र में भीषण भूस्खलन जिसके कारण 34 श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी थी जबकि दो दर्जन के करीब श्रद्धालु घायल हुए थे।
इसी बीच करीब 22 दिनों के लिए वैष्णो देवी की यात्रा पूरी तरह से स्थगित रही थी। वर्तमान में वैष्णो देवी की यात्रा सुचारू है परंतु कटड़ा के रेलवे स्टेशन पर पहुंचने वाली अधिकतर ट्रेनें वर्तमान में भी स्थगित है जिसके कारण वैष्णो देवी की यात्रा में कमी लगातार जारी है।
उम्मीद की जा रही है कि नव वर्ष के आगमन को लेकर आगामी कुछ दिनों के भीतर कुछ और ट्रेनों का कटड़ा रेलवे स्टेशन पर आवागमन होगा, जिससे वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। फिलहाल वैष्णो देवी की यात्रा को लेकर वर्तमान में मौसम पूरी तरह से मेहरबान बना हुआ है।
इतना जरूर था कि वैष्णो देवी की यात्रा में वृद्धि के लिए पर्यटन विभाग, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, राज्य प्रशासन, स्थानीय प्रशासन तथा व्यापारी वर्ग लगातार कोशिश कर रहे हैं ताकि वित्तीय संकट दूर हो सके। चूंकि नव वर्ष आरंभ होने में अभी एक माह बकाया है, उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर में मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।