महाभारत: महाभारत में सिर्फ अर्जुन के पास थीं ये 5 शक्तियां, श्रीकृष्ण ने दिया था ये उपदेश
By मेघना वर्मा | Published: April 19, 2020 06:15 AM2020-04-19T06:15:55+5:302020-04-19T06:15:55+5:30
अर्जुन को श्रीकृष्ण का प्रिय सखा कहा जाता है। महाभारत के अनुसार सिर्फ अर्जुन के पास ऐसी 5 शक्तियां थीं जिनके बल पर वह महान योद्धा बनें।
महाभारत की लड़ाई 5 पांडवों और 100 कौरवों के बीच की थी। ये महाभारत का युद्ध इतना भयावह था जिसका जिक्र आपका महाभारत के छन्दों से पता लग जाएगा। महाभारत के युद्ध में अर्जुन एक ऐसे योद्धा थे जिनका गुणगान आज तक किया जाता है।
अर्जुन को श्रीकृष्ण का प्रिय सखा कहा जाता है। महाभारत के अनुसार सिर्फ अर्जुन के पास ऐसी 5 शक्तियां थीं जिनके बल पर वह महान योद्धा बनें। आइए आपको बताते हैं क्या थे वो 5 गुण या 5 शक्तियां जिनकी बदौलत आज भी अर्जुन सबसे महान योद्धा कहलाते हैं।
1. धैर्य
महाभारत में कई जगह इस बात को बताया गया है कि अर्जुन बहुत धैर्य से काम लेते थे। उनके अंदर धैर्य बहुत था। भगवान श्रीकृष्ण ने खुद कहा है कि जो भी मनुष्य धैर्य को अपनाता है, वह अपने आप ही एक महान व्यक्तित्व वाला इंसान बन जाता है।
2. तेज
अर्जुन के व्यक्तित्व के तेज से हर कोई आकर्षित हो जाता है। पुरानी मान्यताओं के अनुसार, अर्जुन के जैसा तेज किसी भी पांडव में नहीं था।
3. बल
अर्जुन शारीरिक बल के साथ-साथ मानसिक बल के लिए भी जाने जाते थे। मानसिक बल यानि की चतुर नीतियों को अपनाकर अर्जुन कई शत्रुओं का नाश कर देते थे।
4. हाथों की तेजी
अर्जुन को आज भी सबसे श्रेष्ठ धर्नुधारी कहा जाता है। अर्जुन जितनी स्फूर्ति से धनुष बाण चलाते थे उतनी तेजी से कोई भी नहीं चला पाता था।
5. कर्म को मानते थे सबसे ऊपर
महाभारत के युद्ध में जिस वक्त अर्जुन इस बात को लेकर दुविधा में थे कि वो अपने भाइयों पर कैसे बाण चाल सकते थे, तब उन्हें श्रीकृष्ण ने गीता उपदेश देकर समझाया था कि सब मोह-माया छोड़कर अपने कर्म को महत्व देना चाहिए। आज भी अर्जुन को उनके कर्मों के लिए जाना जाता है।