बलभद्र-सुभद्रा संग मौसी के घर रवाना हुए भगवान जगन्नाथ, रथ यात्रा में शामिल हुए दस लाख श्रद्धालु
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 5, 2019 08:05 AM2019-07-05T08:05:02+5:302019-07-05T08:43:47+5:30
मौसम अनुकूल रहा और पुरी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा में देश- विदेश से श्रीक्षेत्र धाम आए दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया.श्रद्धालु रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ के साथ ही भगवान बलभद्र, और देवी सुभद्रा की प्रतिमाएं लेकर चले.सभी पक्षों और सेवकों के सहयोग से कार्यक्रम के अनुसार अनुष्ठान आयोजित किए गए. गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने छेरा पनहरा रस्म के पूर्व रथों पर प्रतिमाओं पर पुष्प चढ़ाए. लोगों ने अपराह्र लगभग दो ब
बलभद्र-सुभद्रा संग मौसी के घर रवाना हुए भगवान जगन्नाथ बलभद्र सुभद्राभ्यां जगन्नाथाय ते नम: उडि़या समाज ने कुकडे ले-आउट से निकाली जगन्नाथ की रथयात्रा नागपुर आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को अजनी में कुकड़े ले-आउट स्थित उडि़या समाज सांस्कृतिक भवन मंदिर से हर्षध्वनि के साथ भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली गई.
रथयात्रा में मंदिर के तीनों मुख्य देवता, भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा अलग अलग तीन भव्य एवं सुसज्जित रथों पर विराजमान होकर यात्रा पर निकले. इस रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ को नगर भ्रमण कराया गया. रथ को खींचते हुए श्रध्दालु आगे बढ़ रहे थे. रथयात्रा में युवतियां और महिलाएं इस्कॉन भजन मंडली द्वारा हरे रामा -हरे कृष्णा के भजन पर नृत्य करते हुए आगे बढ़ रहीं थीं.
भव्य और सुसज्जित रथ पर पुरोहित भगवान की सेवा कर रहे थे. मार्ग में पुष्पवर्षा कर भगवान का स्वागत किया गया. कुकड़े ले-आउट के विभिन्न मार्गों से होती हुई रथयात्रा समाज भवन पहुंची. यहां भगवान का पूजन कर उन्हें पुन: मूल स्थान पर विराजमान किया गया. श्रद्वालुओं को महाप्रसाद का वितरण किया गया. इससे पूर्व सुबह भवन में भगवान जगन्नाथ, प्रभु बलभद्र और देवी सुभद्रा के साथ चक्र सुदर्शन की मूल स्थान पर पूजा की गई.
यहां अभिषेक व पूजन के पश्चात उन्हें रथ पर विराजमान किया गया. इसके पश्चात भगवान की पूजा और आरती की गई. आरती के पश्चात श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचा.
शोभायात्रा के दौरान श्रद्वालुओं को प्रसाद स्वरूप भात का वितरण किया गया. इस दौरान जय जगन्नाथ स्वामी नयन पथगामी, हरि बोल-हरि बोल के कीर्तनों की गूंज पर भक्त थिरकते नजर आए.
रथ यात्रा में शामिल हुए दस लाख से अधिक श्रद्धालु
मौसम अनुकूल रहा और पुरी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा में देश- विदेश से श्रीक्षेत्र धाम आए दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया.श्रद्धालु रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ के साथ ही भगवान बलभद्र, और देवी सुभद्रा की प्रतिमाएं लेकर चले.सभी पक्षों और सेवकों के सहयोग से कार्यक्रम के अनुसार अनुष्ठान आयोजित किए गए.
गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने छेरा पनहरा रस्म के पूर्व रथों पर प्रतिमाओं पर पुष्प चढ़ाए. लोगों ने अपराह्र लगभग दो बजकर 15 मिनट पर रथों को खींचना शुरू किया. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक,अन्य मंत्री और विधायकों समेत कई लोग रथयात्रा के मौके पर पुरी में मौजूद थे. आकर्षष पुष्प सज्जा पहली बार श्री मंदिर,तीनों रथ और गुंदीचा मंदिर में आकर्षक एवं रंगबिरंगे फूलों से नयनाभिराम सजावट की गई है.
बारह सदी प्राचीन मंदिरों की ताजा फूलों से यह सजावट नई दिल्ली के एक श्रद्धालु के के शर्मा ने करवाई है.उन्होने इस पर बीस लाख रुपये खर्च किए हैं. 200 पुष्पसज्जाकारों का दल सजावट के लिए लगाया गया है. 'सुना वेशा' और 'नीलाद्रि बिजे' के अवसर पर भी यह दल श्री मंदिर की ताजा फूलों से सजाएगा. लोगों को बधाई राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रथयात्रा के मौके पर लोगों को बधाई दीहै.
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया,'रथ यात्रा के पावन मौके पर साथी नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं.भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से सभी के जीवन में शांति, खुशी और समृद्धि आए.' मोदी ने इसे विशेष अवसर बताते हुए सभी की समृद्धि की कामना की.
उन्होंने ट्वीट किया, 'रथयात्रा के इस शुभ अवसर पर सभी को शुभकामनाएं. हम भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करें और सभी के अच्छे स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि के लिए उनका आशीर्वाद मांगे. जय जगन्नाथ.'