नवरात्रि के पावन दिनों के बीच में माता लक्ष्मी की पंचमी पड़ी है। हिन्दू पंचाग के चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को लक्ष्मी पंचमी मनाई जाती है। जिसमें उपासक मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनकी उपासना करते हैं। नवरात्रि के पांचवे दिन यह त्योहार मनाया जाता है। इसे बसंत पंचमी भी कहते हैं।
मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी की साफ मन से पूजा करने पर सुख और समृद्धि मिलती है। साथ ही देवी लक्ष्मी की कृपा बरसती है। देवी लक्ष्मी की पूजा से सभी तरह की आर्थिक तंगी भी दूर होती है। आइए इसी शुभ मौके पर आपको बताते हैं कि देवी लक्ष्मी की उपासना कैसे करें साथ ही जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त-
पूजा का शुभ मुहूर्त
लक्ष्मी पंचमी - 29 मार्चपंचमी तिथि शुरू - 12:17 AM (29 मार्च)पंचमी तिथि समाप्त - 02:01 AM (30 मार्च)
लक्ष्मी पंचमी की पूजा विधि
1. पंचमी के दिन सुबह स्नास करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। 2. इसके बाद दिन भर व्रत का संकल्प लें।3. पूजा घर या किसी साफ जगह पर माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।4. अब मां लक्ष्मी को पंचामृत से स्नान कराएं।5. इसके बाद लक्ष्मी जी पर चन्दन, पत्र, फूल, माला, अक्षत, दूर्वा, लाल सूत, सुपारी, नारियल और खड़ी धनिया अर्पित करें।
अगर संभव हो तो आज के दिन ब्राहम्णों को भोजन भी जरूर करवाएं। साथ ही दान-दक्षिणा दें। इस व्रत में अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए। आप फल, दूध, मिठाई आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं।