Kharmas In March: 14 मार्च से लगेगा खरमास, एक महीने तक रहेगा जारी, जानिए इस दौरान क्या करें और क्या नहीं
By विनीत कुमार | Updated: March 12, 2020 15:14 IST2020-03-12T15:14:37+5:302020-03-12T15:14:37+5:30
Kharmas March 2020: खरमास के दिनों में भगवान सूर्य और श्री हरि विष्णु की अराधना करनी चाहिए। साथ ही इन दिनों में दान का महत्व बेहद विशेष हो जाता है।

Kharmas March 2020: खरमास 14 मार्च से हो रहा है शुरू
Kharmas March 2020: सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही 14 मार्च से खरमास भी लगने जा रहा है। साल में आम तौर पर दो बार खरमास लगते हैं। पहला जब सूर्य मीन राशि में प्रवेश करता है और दूसरा जब सूर्य धनु में जाता है। एक अवधि एक-एक महीने की होती है।
हिंदू धर्म में इन दोनों ही अवधि में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। इस दौरान विवाह आदि भी रोक दिये जाते हैं। उत्तर भारत में ज्यादातर मान्यता सूर्य के धनु राशि में प्रवेश पर लगने वाले खरमास की है जो दिसंबर-जनवरी में होता है।
Kharmas March 2020: खरमास 14 मार्च से, एक महीने चलेगा
पंचांग के अनुसार खरमास 14 मार्च को दोपहर 2 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगा जब सूर्य देव राशि परिवर्तन करते हुए मीन में प्रवेश करेंगे। इस लिहाज से 14 मार्च से 13 अप्रैल तक खरमास होगा। इसके बाद 14 अप्रैल से तमाम मांगलिक कार्य किये जा सकेंगे।
इस बार वैसे खरमास में ही चैत्र नवरात्र का भी प्रारंभ हो रहा है। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 25 मार्च से है। चैत्र नवमी 2 अप्रैल को है। इन्हीं दिनों में चैती छठ जैसा महत्वपूर्ण पर्व भी है।
Kharmas March 2020: खरमास में क्या करें?
खरमास के दिनों में भगवान सूर्य और श्री हरि विष्णु की अराधना करनी चाहिए। साथ ही इन दिनों में दान का महत्व बेहद विशेष हो जाता है। खरमास के दिनों में सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होकर सूर्य को अर्घ्य दें और उनकी अराधना करें।
ये वो समय भी होता है जब गर्मी का दौर शुरू होने लगता है। इसलिए गौसेवा करें और गाय को हरा चारा खिलाएं। पक्षियों के लिए भी दाना-पानी की व्यवस्था करें।
Kharmas March 2020: खरमास में क्या नहीं करें?
खरमास के दौरान शुभ कार्यों की मनाही है। इसलिए इन दिनों में मांगलिक कार्य जैसे विवाह, सगाई, गृह निर्माण, गृह प्रवेश आदि को रोक दें। खरमास के दिनों में नये कारोबार या नये काम की भी शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
ऐसी मान्यता है कि इन दिनों में शुरू किये कार्यों में मन के मुताबिक सफलता हाथ नहीं लगती। बेहतर है कि इन दिनों में ज्यादा से ज्यादा समय भगवान की अराधना में बिताये जाएं।

