Jaya Ekadashi 2022: जया एकादशी कल, व्रत का फल पाने के लिए करें ये 5 काम, कामना होगी पूरी
By रुस्तम राणा | Updated: February 11, 2022 14:11 IST2022-02-11T14:11:05+5:302022-02-11T14:11:05+5:30
धार्मिक मान्यता के अनुसार, माघ माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर जो व्यक्ति जया एकादशी व्रत को विधि-विधान के साथ करता है। वह समस्त प्रकार के पापों से मुक्त हो जाता है।

Jaya Ekadashi 2022: जया एकादशी कल, व्रत का फल पाने के लिए करें ये 5 काम, कामना होगी पूरी
जया एकादशी व्रत 12 जनवरी, शनिवार को है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी कहते हैं। धार्मिक मान्यता है कि जो जातक जया एकादशी व्रत को विधि-विधान के साथ रखता है। वह समस्त प्रकार के पापों से मुक्त हो जाता है। शास्त्रों में इस एकादशी को मनुष्य जीवन के सभी पापों को हरने वाली एकादशी बताया जाता है। मान्यता है कि इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जातकों को व्रत का वास्तविक फल प्राप्त होता है, इतना ही नहीं, उन्हें कई प्रकार के लाभ भी प्राप्त होते हैं। आप भी ये उपाय कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
1. जया एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठाकर स्नान करें और फिर साफ वस्त्र पहनकर पूजा के लिए तैयार हो जाएं। संभव हो तो इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनें और फिर सपरिवार बैठकर भगवान विष्णु की पूजा करें। ऐसा करना शुभ रहेगा।
2. जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीला रंग बेहद पसंद है, इसलिए इसदिन उनकी कृपा पाने के लिए उन्हें पीले रंग के वस्त्र और मिठाई अर्पित करना चाहिए। इससे आपको जगत के पालनहार का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
3. पूजा के दौरान भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करें और पूजा के बाद जगत के पालनहार को प्रसाद का भोग लगाएं। अगर व्रत कर रहे हैं तो इसदिन घर में लहसुन, प्याज का इस्तेमाल ना होने दें, बल्कि पूरे दिन केवल फलाहार का सेवन करें।
4. इस दिन विष्णु जी को तुलसी की माला अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से वे प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं। भगवान विष्णु को कमल का फूल प्रिय है, इसदिन मंदिर जा कर भगवान कृष्ण या भगवान राम की मूर्ति पर कमल का फूल चढ़ाएं।
5. जया एकादशी पर रात्रि में जागरण कर श्री हरि के नाम के भजन करें। द्वादशी के दिन किसी जरुरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन कराकर, दान-दक्षिणा देकर व्रत का पारण करें। व्रत करने वालों के लिए यह जरूरी है, तब जाकर व्रत का फल प्राप्त होता है।