पश्चिम बंगालः सभी पाबंदियों के साथ इस्कॉन का चंद्रोदय मंदिर फिर खुला
By गुणातीत ओझा | Published: September 10, 2020 08:26 PM2020-09-10T20:26:34+5:302020-09-10T20:26:34+5:30
मायापुर में इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कंशसनेस (इस्कॉन) का वैश्विक मुख्यालय चंद्रोदय मंदिर सभी कोविड-19 पाबंदियों के साथ बुधवार को खुल गया। यह मंदिर पिछले 30 दिनों से बंद था।
कोलकाता। मायापुर में इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कंशसनेस (इस्कॉन) का वैश्विक मुख्यालय चंद्रोदय मंदिर सभी कोविड-19 पाबंदियों के साथ बुधवार को खुल गया। यह मंदिर पिछले 30 दिनों से बंद था। इस्कॉन मायापुर के प्रवक्ता सुब्रत दास ने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग किये जाने के बाद सुबह नौ बजे से एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने के नियमों का पालन करते हुए दर्शनार्थी चंद्रोदय मंदिर पहुंचने लगे।
उन्होंने कहा, ‘‘दर्शन का समय प्रतिदिन सुबह नौ बजे से शाम सात बजे होगा। सभी दर्शनार्थी स्क्रीनिंग के बाद गैमन द्वार से आए और हर वाहन को सैनिटाइज किया जा रहा है।’’ दास ने कहा, ‘‘किसी भी दर्शनार्थी को बिना मास्क अंदर जाने की अनुमति नहीं है। दर्शनार्थियों के बीच एक दूसरे से दूरी रखने के लिए प्रवेश और निकास द्वारा अलग-अलग चिह्नित किये गये हैं और आगंतुकों को मंदिर परिसर में छह फुट की दूरी बनाकर रखने को कहा गया है।’’
कोविड-19 महामारी के चलते तीन महीन से अधिक समय तक बंद रहने के बाद पांच जुलाई को यह मंदिर खुला था लेकिन पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते इस्कॉन मंदिर प्रशासन ने आठ अगस्त को फिर से मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया। कुछ समय बाद मंदिर प्रशासन ने स्थिति की समीक्षा करने का निर्णय लिया। इससे पहले हुगली जिले के तारकेश्वर शिवा मंदिर को कोविड-19 मामले में बढ़ोतरी के चलते जुलाई से बंद रखने के बाद चार सितंबर को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिया गया था।