Full Moon: 20 साल बाद आसमान में आज रात दिखेगा चांद से जुड़ा ये अद्भुत नजारा, इसके बाद 2049 में आयेगा नजर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 13, 2019 09:06 AM2019-09-13T09:06:53+5:302019-09-13T09:06:53+5:30
Harvest Moon: इसे कई लोगों द्वारा अशुभ और डरावना माना गया है। यह कहानी ईसाई धर्म और जीसस को सूली पर चढ़ाने से जुड़ी है। बहरहाल, इसके बाद 13 अगस्त, 2049 वह तारीख होगी जब शुक्रवार को हार्वेस्ट मून दिखाई देगा।
Harvest Moon 2019: आज का दिन (13 सितंबर) एक खगोलीय घटना के कारण बेहद अहम होने जा रहा है। आज आसमान में करीब 20 साल बाद होगा जब किसी महीने की 13 तारीख और शुक्रवार को हार्वेस्ट मून नजर आने वाला है। दुनिया भर में कई लोग इसे अशुभ संकेत मानते हैं। हिंदू धर्म के लिहाज से एक खास बात ये है कि आज से श्राद्ध (Pitru Paksha) की शुरुआत भी हो रही है। आखिर क्या होता है हार्वेस्ट मून, आईए जानें इस बारे में...
Harvest Moon 2019: क्या है क्यों और दिया गया ये नाम
आमतौर पर सूर्यास्त होने के औसतन 50 मिनट बाद चंद्रमा उगता है। हालांकि, हार्वेस्ट मून के समय सूर्य ढलने के कुछ ही मिनटों बाद चांद उग आता है। इस कारण शाम में ही हल्की सी रोशनी दिखने लगती है। इस रोशनी में हल्की लालिमा रहती है। पश्चिमी मान्यता के अनुसार इससे किसानों को गर्मियों की फसल काटने के दौरान मदद मिलती है। इसलिए फसल शब्द से जोड़ते हुए इस खगोलीय घटना को हार्वेस्ट मून कहा गया है।
Harvest Moon 2019: तारीख 13 और शुक्रवार, क्यों कहा गया है अशुभ?
यह कहानी ईसाई धर्म और जीसस को सूली पर चढ़ाने से जुड़ी है। कहते हैं कि जीसस को शुक्रवार को सूली पर चढ़ाने से एक दिन पहले उनके उस कमरे में कुल 13 लोग मौजूद थे जहां उन्होंने आखिरी रात का भोजन किया। यह गुरुवार का दिन था और यही जीसस की आखिरी मोंडी (Maundy) प्रक्रिया भी हुई थी। ईसाई मान्यताओं में पैरों को धोने की प्रक्रिया मोंडी कहा गया है। यह 13 तारीख थी।
इसलिए शुक्रवार को अशुभ दिन और 13 को अशुभ तारीख माना गया है। इत्तेफाक ऐसा है कि आज शुक्रवार है और 13तारीख भी है। भारत में फुल मून अपने चरम पर आज आधी रात (14 सितंबर) को 12:33 AM पर पहुंचेगा। इसके बाद 13 अगस्त, 2049 वह तारीख होगी जब शुक्रवार को हार्वेस्ट मून दिखाई देगा।