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Holi Bhai Dooj 2019: होली से अगले दिन क्यों मनाया जाता है 'भाई दूज' का त्योहार, जानिए

By गुलनीत कौर | Updated: March 22, 2019 09:21 IST

भाई दूज (Bhai Dooj 2019): भाई दूज को भद्रात्रि द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू कैलेंडर में दो भाई दूज हैं। एक, जो दीपावली पूजा के दो दिन बाद मनाया जाता है और दूसरा होली के बाद। इस दिन हस्त और चित्रा नक्षत्र के ध्रुव योग में टीका लगाने का सर्वोत्तम मुहूर्त होगा। दूसरा भाई दूज का पर्व चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि यानी होली से अगले दिन मनाया जाता है।

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हिन्दू धर्म में होली का पर्व रंगों का एवं बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है। देशभर में 21 मार्च, 2019 को होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। होली से अगले दिन यानी 22 मार्च 'भाई दूज' का त्योहार मनाया जा रहा है। यूं तो दीपावली के बाद आने वाला भाई दूज का पर्व प्रसिद्ध है किन्तु होली से अगले दिन भी भाई दूज मनाने का अपना महत्व है।

होली से अगले दिन क्यों मनाते हैं भाई दूज? (Significance of Holi Bhai Dooj 2019)

हिंदू कैलेंडर में दो भाई दूज हैं। एक, जो दीपावली पूजा के दो दिन बाद मनाया जाता है और दूसरा होली के बाद। इस दिन हस्त और चित्रा नक्षत्र के ध्रुव योग में टीका लगाने का सर्वोत्तम मुहूर्त होगा। दूसरा भाई दूज का पर्व चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि यानी होली से अगले दिन मनाया जाता है। इस वर्ष ये त्यौहार 22 मार्च, दिन शुक्रवार को है। शास्त्रों में भाई दूज को भद्रात्रि द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।

भाई दूज कथा (Bhai Dooj Katha in hindi)

एक पौराणिक मान्यता के अनुसार भैय्या दूज पर स्वंय यमराज ने अपनी बहन यमुना के घर जाकर टीका लगवाया था और भोजन किया था, और उन्हें आर्शिवाद दिया कि इस दिन जो भाई अपनी विवाहित बहन के घर जा कर टीका करवाएगा और भोजन करेगा उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा। तभी से भाईयों का बहन के घर जा कर टीका लगवाने की परंपरा शुरू हुई।

यह भी पढ़ें: होली भाई दूज 2019: बहनों को भेजें ये जबरदस्त SMS, Messages, Images, Shayri, जानें शुभ मुहूर्त

भाई दूज कैसे मनाएं? (How to celebrate Bhai Dooj)

हिन्दू मान्यता के अनुसार भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र के लिए व्रत करती हैं। दिनभर भूखे-प्यासे रहकर उसकी मंगल कामना के लिए तपस्या करती हैं। इसदिन कुछ बहनें फलाहार का सेवन करते हुए व्रत करती हैं तो कुछ निर्जल उपवास भी करती हैं। भाई दूज का पर्व दिन के समय मनाया जाजता है। पूजा की थाल सजाकर बहनें भाई के सामने बैठती हैं। उसके माथे पर तिलक लगाती हैं और फिर भाई की आरती उतारती हैं। इसके बाद ही बहनें भोजन ग्रहण करती हैं।

होली भाई दूज का समय (Holi Bhai Dooj Date and Time)

द्वितीया तिथि शुरू=  03:52 बजे, 22 मार्च, 2019द्वितीया तीथि समाप्त = 00:55 बजे, 23 मार्च, 2019

शास्त्रों में भाई दूज की मान्यता

मान्यता ये भी है कि जो भाई इस दिन अपने बहन के घर भोजन करता है वो साल भर हर परेशानी से दूर रहता है। किसी तरह का भय उसे नहीं सताता और उसे शत्रुओं का भी डर नहीं रहता। भाई दूज के दिन को यमुना और उनके भाई यमराज से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि एक बार यमुना ने अपने भाई को अपने यहां खाने पर बुलाया था। 

टॅग्स :भाई दूजहोलीहिंदू त्योहार
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