Hanuman Jayanti 2022: हनुमान जी हर 41 साल में आते हैं यहां! देते हैं साक्षात दर्शन, 2014 में आए थे आखिरी बार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 13, 2022 15:10 IST2022-04-13T15:08:39+5:302022-04-13T15:10:18+5:30
हिंदू मान्यताओं में हनुमान जी को अमर बताया गया है। ऐसा कहते कि वे आज भी धरती पर मौजूद हैं।

Hanuman Jayanti 2022: हनुमान जी हर 41 साल में आते हैं यहां! देते हैं साक्षात दर्शन, 2014 में आए थे आखिरी बार
हिंदू धर्म के मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी कलयुग में भी धरती पर विराजमान हैं। ऐसी मान्यता है कि वे अमर हैं और उन्हें कलयुग के अंत तक धरती पर रहने का वरदान प्राप्त है। ऐसा कहते हैं कि हनुमान जी दक्षिण भारत के गंधमादन पहाड़ पर निवास करते हैं और दुनिया में जहां भी रामकथा होती है, वे वहां अदृश्य रूप से पहुंच जाते हैं।
यही वजह है कि रामकथा जहां सुनाई जाती है, वहां एक स्थान जरूर खाली छोड़ा दिया जाता है। ऐसा कहते हैं कि ये स्थान हनुमान जी के लिए है। वहां आकर हनुमान जी आकर विराजते हैं। इन सबके अलावा एक जगह और है जिसके बारे में मान्यता है कि हनुमान जी यहां हर 41 साल में आते हैं और स्थानीय लोगों को साक्षात दर्शन देते हैं।
श्रीलंका के 'मतंग' कबीले के लोगों से मिलते हैं हनुमान जी
ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीराम के पृथ्वी छोड़ने के बाद हनुमानजी अयोध्या से दक्षिण भारत के जंगलों में चले गये थे। बाद में वे कुछ दिनों के लिए श्रीलंका गए जहां 'मतंग' कबीले के लोगों ने उनकी खूब सेवा की। हनुमान जी ने इसके बाद इन्हें ब्रह्मज्ञान का बोध कराया। साथ ही आशीर्वाद दिया कि वे हर 41 साल में इस कबीले की आने वाली पीढ़ियों को ब्रह्मज्ञान देने के लिए आते रहेंगे।
'मतंग' कबीले के लोगों का दावा है कि वे रावण के भाई विभीषण के आखिरी वंशज हैं। कुछ सालों पहले इस बारे में श्रीलंका के एक संगठन 'सेतु' (Setuu) ने भी दावा किया था कि वह इन लोगों पर रिसर्च कर रहा हैं और उनके उस 'लॉगबुक' का विश्लेषण कर रहा है जो उनकी भाषाओं, परंपरिक रिवाजों आदि के बारे में विस्तार से काफी कुछ बताता है। 'सेतु' के अनुसार हनुमान जी यहां मतंग कबीले के बाद आखिरी बार 27 मई, 2014 को आए थे और अब 2055 में अगली बार दर्शन देंगे।