बाल ब्रह्मचारी हनुमान जी इस मंदिर में हैं अपनी पत्नी के साथ विराजमान, जानें उनके विवाह से जुड़ी रोचक कथा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 8, 2020 06:59 IST2020-02-08T06:59:47+5:302020-02-08T06:59:47+5:30
Lord Hanuman marriage story: बहुत कम लोग जानते हैं कि हनुमान जी का विवाह भी हुआ था। एक पौराणिक कथा के अनुसार हनुमान जी का विवाह सूर्य देव की पुत्री सुर्वचला से हुआ था।

तेलंगाना में हनुमान जी और उनकी पत्नी का मंदिर
Lord Hanuman marriage story: प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी को लेकर यही मान्यता है कि वे बाल ब्रह्मचारी हैं। हालांकि, उनके विवाह से जुड़ी एक रोचक कथा पराशर संहिता में मौजूद है। इस कथा के अनुसार हनुमान जी का विवाह हुआ था और उनका एक मंदिर भी मौजूद हैं जिसमें वे अपनी पत्नी के साथ विराजमान हैं और इसी रूप में उनकी पूजा भी की जाती है।
तेलंगाना के खम्मम जिले में है मंदिर
पौराणिक कथा के अनुसार हनुमान जी का विवाह सुवर्चला से हुआ था। उनका और उनकी पत्नी सुर्वचला का एक बेहद मंदिर तेलंगाना के खम्मम जिले में स्थित है और यह दूर-दूस से आने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है।
हनुमान जी की शादी के जुड़ी रोचक कथा के अनुसार ये बात तब की है कि वे सूर्य देव से विद्या हासिल कर रहे थे। सूर्य देव के पास 9 विद्याएं थीं। बजरंग बली सभी को सीखना चाहते थे। सूर्य देव ने उन्हे 9 में से 5 विद्याएं तो दे दी लेकिन बाकी बचे 6 विद्याओं को वही हासिल कर सकता था, जो विवाहित हो।
अब समस्या खड़ी हो गई। हनुमान जी बाल-ब्रह्मचारी थे। इस समस्या के हल के लिए सूर्य देव ने एक रास्ता निकाला। उन्होंने अपने तेज से एक कन्या को जन्म दिया। इसका नाम सुर्वचला था। सूर्य देव ने हनुमान जी को निर्देश दिया वे सुवर्चला से विवाह कर लें।
साथ ही सूर्य देव ने ये भी बताया कि सुर्वचला से विवाह के बावजूद हनुमान जी ब्रह्मचारी ही रहेंगे। ऐसा इसलिए कि विवाह के सुर्वचला विवाह के बाद तपस्या में लीन हो जाएगी। ऐसा ही हुआ। हनुमान जी से विवाह के बाद सुर्वचला तपस्या में लीन हो गईं और इस तरह बजरंग बली के ब्रह्मचर्य में कोई खलल नहीं पड़ा।
मंदिर को लेकर क्या है मान्यता
इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि जो भक्त भी हनुमान जी और उनकी पत्नी के दर्शन करता है, उनका वैवाहिक जीवन सभी परेशानियों से दूर रहता है। साथ ही पति-पत्नी के बीच भी प्रेम बना रहता है। तेलंगाना का खम्मम जिला हैदराबाद से करीब 220 किलोमीटर दूर है। यहां पहुंचने के लिए हैदराबाद से आवागमन के सभी साधन मिल सकते हैं।

