लाइव न्यूज़ :

Gupt Navratri: आज से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, क्या है कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, जानिए

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 25, 2020 07:44 IST

Magh Gupt Navratri 2020 ( माघ गुप्त नवरात्रि कलश स्थापना पूजा शुभ मुहूर्त ) : शारदीय और चैत्र नवरात्रि की तरह ही गुप्त नवरात्रि में भी पहले ही दिन कलश की स्थापना की जाती है। जानिए इसका शुभ मुहूर्त...

Open in App
ठळक मुद्देगुप्त नवरात्रि माघ महीने के शुक्ल पक्ष और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ते हैंमाघ गुप्त नवरात्रि इस बार 25 जनवरी से शुरू होकर 4 फरवरी तक है, देवी के 9 रूपों की होती है पूजा

Magh Gupt Navratri: आज से माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। आम तौर पर हम दो नवरात्रि की ही बात करते हैं और उसके बारे में जानते हैं। हालांकि, हिंदू मान्यताओं में 4 नवरात्र का जिक्र है। दरअसल, शारदीय और चैत्र नवरात्रि के अलावा साल में जो दो अन्य नवरात्रि पड़ते हैं, इन्हें ही गुप्त नवरात्रि कहा गया है।

ये गुप्त नवरात्रि माघ महीने के शुक्ल पक्ष और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ते हैं। गुप्त नवरात्रि खास तौर पर तंत्र साधना के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है पर आम लोग भी चाहें तो इन दिनों में देवी मां की पूजा कर सकते हैं और इसका बहुत लाभ भी मिलता है।

Gupt Navratri: गुप्त नवरात्रि कब से कब तक

माघ गुप्त नवरात्रि इस बार 25 जनवरी से शुरू होकर 4 फरवरी तक है। साल के दो प्रमुख नवरात्रि में जिस प्रकार देवी के नौ रूपों की पूजा होती है। उसी तरह गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की साधना होती है। गुप्त नवरात्रि के दौरान साधक मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, मां बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं। 

गुप्त नवरात्र का तांत्रिक क्रियाओं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्त्व है। इस दौरान साधक बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं। इस दौरान कई लोग लंबी साधना कर दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करने का भी प्रयास करते हैं।

Magh Gupt Navratri: गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि 

शारदीय और चैत्र नवरात्रि की तरह ही गुप्त नवरात्रि में भी पहले ही दिन कलश की स्थापना की जाती है। नौ दिन तक व्रत का संकल्प लेकर प्रतिदिन सुबह-शाम मां दुर्गा की अराधना इस दौरान की जाती है। साथ ही अष्टमी या नवमी के दिन कन्याओं के पूजन के साथ व्रत की समाप्ति होती है। 

तंत्र साधना करने वाले इस दौरान माता के 10 महाविद्याओं की साधना करते हैं। गुप्त नवरात्रि के दौरान दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशी का पाठ करें। ऐसी मान्यता है कि इस पूजा को करते समय इस बारे में किसी और नहीं बताना चाहिए और मन से मां दुर्गा की अराधना करनी चाहिए। ऐसा करने से पूजा ज्यादा सफल होती है।

Magh Gupt Navratri: गुप्त नवरात्रि पर कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत शनिवार तड़के 3.11 बजे से हो चुकी है। प्रतिपदा तिथि का समापन 26 जनवरी को तड़के 4.31 बजे होगा। इस लिहाज से प्रतिपदा तिथि में घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 10.04 बजे से 10.59 के बीच है। ये करीब 55 मिनट का मुहूर्त होगा। ऐसे ही घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.28 बजे से 1.13 के बीच करीब 45 मिनट का है।

टॅग्स :गुप्त नवरात्रिदुर्गा पूजा
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेVIDEO: दुर्गा पंडाल में नीले ड्रम में पति का शव!, चर्चित हत्याकांड को दर्शाया गया, देखें वीडियो

पूजा पाठShardiya Navratri 2025: नवरात्रि के बाद कलश, चावल और नारियल का ऐसे करें इस्तेमाल, जानें क्या है नियम

भारतआज कोलकाता में अमित शाह, दुर्गा पूजा में होंगे शामिल; बंगाल चुनाव से पहले अहम दौरा

पूजा पाठShardiya Navratri 2025: क्या है घटस्थापना मुहूर्त? नवरात्रि के पहले दिन कब, कैसे होगी पूजा, जानिए यहां सबकुछ

पूजा पाठDussehra 2025: एक-दो नहीं, 15 अनोखे तरीकों से मनाया जाता है दशहरा, देश के हर हिस्सें में दिखती है अनूठी झलक

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 06 December 2025: आज आर्थिक पक्ष मजबूत, धन कमाने के खुलेंगे नए रास्ते, पढ़ें दैनिक राशिफल

पूजा पाठPanchang 06 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठPanchang 04 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय