रोशनी पर्व यानी दिवाली के ठीक एक दिन बाद पड़ने वाली गोवर्धन पूजा की अत्यधिक मान्यता है। लोग इस दिन अपने घरों पर गोबर की पूजा करते हैं। द्वापर युग से शुरू हुयी इस पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण और गौ की पूजा की जाती है। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को यह उत्सव मनाया जाता है जिसे अन्नकूट पूजा के नाम से भी जानते हैं। इस साल यह पूजा 8 नवंबर को की जाएगी।
ये है पूजा का शुभ मुहूर्त
गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 28 मिनट से 8 बजकर 43 मिनट तक का होगा। इस बीत पूजा करने से घर में शांति और सौहार्द्य का वातावरण बना रहेगा। जबकि शाम को 3 बजकर 27 मिनट से 5 बजकर 42 मिनट तक का शुभ मुहूर्त है। आप चाहें तो इस समय गोबर की पूजा कर सकते हैं।
गायों की सेवा करने से होगा लाभ
गोवर्धन पूजा के दिन गायों की सेवा करने से लाभ होता है। इस दिन गाय को स्नान कराकर उन्हें सजाकर उनकी पूजा करना चाहिए। अपने हाथ का बना भोग गाय को जरूर खिलाएं। इससे आपको पूजा का पूरा फल मिलता है।
ऐसे करें पूजा
गोवर्धन की पूजा करने के लिए आप अपने घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन का चित्र बनाएं। उसकी पूजा के लिए रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल आदि से दीपक जालाकर उसकी पूजा करें। इससे लाभ होगा। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजन करने से भगवान श्री कृष्ण की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है।