Dhanteras 2025: धनत्रयोदशी के दिन क्यों खरीदा जाता है सोना-चांदी और बर्तन? जानिए इसके पीछे असल वजह

By अंजली चौहान | Updated: October 16, 2025 14:24 IST2025-10-16T14:23:34+5:302025-10-16T14:24:59+5:30

Dhanteras 2025: धनतेरस सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं की खरीदारी के लिए एक शुभ दिन है।

Dhanteras 2025 Why are gold silver and utensils purchase on Dhanteras Learn the real reason behind it | Dhanteras 2025: धनत्रयोदशी के दिन क्यों खरीदा जाता है सोना-चांदी और बर्तन? जानिए इसके पीछे असल वजह

Dhanteras 2025: धनत्रयोदशी के दिन क्यों खरीदा जाता है सोना-चांदी और बर्तन? जानिए इसके पीछे असल वजह

Dhanteras 2025: धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है, पूरे भारत में पाँच दिवसीय दिवाली उत्सव की शुभ शुरुआत का प्रतीक है। यह कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। इस वर्ष यह 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। धनतेरसदेवी लक्ष्मी (धन और समृद्धि), भगवान धन्वंतरि (दिव्य आरोग्यदाता) और भगवान कुबेर (देवताओं के कोषाध्यक्ष) को समर्पित है। धनतेरस सोना और चाँदी जैसी कीमती धातुओं की खरीदारी के लिए एक शुभ दिन है। लोग मूल्यवान वस्तुएँ खरीदते हैं जिनसे लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

यह भारतीय संस्कृति में एक लंबे समय से चली आ रही प्रथा है। इस खरीदारी को घर में समृद्धि और प्रचुरता का प्रतीक भी माना जाता है।

धनतेरस पर सोना खरीदने का महत्व

सोना शुद्धता, समृद्धि और स्थायित्व का प्रतीक है, और सोने के सिक्के, बार और आभूषण लोगों के बीच लोकप्रिय विकल्प हैं। ऐसा व्यापक रूप से माना जाता है कि धनतेरस पर सोना खरीदने से सौभाग्य और वित्तीय स्थिरता आती है।

धनतेरस पर चाँदी खरीदने का महत्व

चाँदी भी एक लोकप्रिय विकल्प है क्योंकि यह कई लोगों के लिए सोने की तुलना में अधिक सुलभ है। यह धातु स्पष्टता, लालित्य और चंद्रमा की शांत ऊर्जा का प्रतीक है। लोग अक्सर चाँदी के सिक्के, बर्तन (थाली, गिलास) और आभूषण खरीदते हैं।

धनतेरस पर बर्तन खरीदने का महत्व

लोग बर्तन भी खरीदते हैं, खासकर पीतल और तांबे के, और माना जाता है कि इनमें शुद्धिकरण गुण होते हैं, जो सकारात्मक ऊर्जा से जुड़े होते हैं। लोग पूजा और दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाले दीये, थाली जैसे बर्तन खरीदते हैं।

धनतेरस 2025 मुहूर्त

दिनांक: शनिवार, 18 अक्टूबर, 2025

त्रयोदशी तिथि: दोपहर 12:18 बजे से शुरू (18 अक्टूबर) - दोपहर 1:51 बजे समाप्त (19 अक्टूबर)

पूजा मुहूर्त: शाम 6:44 बजे से शाम 7:42 बजे तक (प्रदोष काल) 

अन्य शहरों में धनत्रयोदशी मुहूर्त शाम 07:46 बजे से 08:38 बजे तक - पुणे 07:16 बजे से 08:20 बजे तक - नई दिल्ली 07:28 बजे से 08:15 बजे तक - चेन्नई 07:24 बजे से 08:26 बजे तक - जयपुर 07:29 बजे तक 08:20 अपराह्न - हैदराबाद 07:17 अपराह्न से 08:20 अपराह्न - गुड़गांव 07:14 अपराह्न से 08:20 अपराह्न - चंडीगढ़ शाम 6:41 से 7:38 बजे तक - कोलकाता
शाम 7:49 से 8:41 बजे तक - मुंबई
शाम 7:39 से 8:25 बजे तक - बेंगलुरु
शाम 7:44 से 8:41 बजे तक - अहमदाबाद
शाम 7:15 से 8:19 बजे तक - नोएडा

Web Title: Dhanteras 2025 Why are gold silver and utensils purchase on Dhanteras Learn the real reason behind it

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