Chhath Kharna 2025: छठ पूजा का दूसरा दिन 'खरना' इस दिन सूर्यास्त के बाद खरना की पूजा-प्रसाद की क्रिया आरंभ होती है। साल 2025 में खरना कार्तिक पक्ष में मनाया जाएगा, सूर्योदय सुबह लगभग 6:29 बजे और सूर्यास्त शाम लगभग 5:41 बजे है। इस दिन व्रती तन और मन दोनों को शुद्ध रखने का संकल्प लेते हैं, खरना का दिन 36 घंटों के निर्जला व्रत के आरंभ का दिन माना जाता है। इसे सूर्य देव और छठी मैया की कृपा पाने के लिए मनाया जाता है, इन दिन घर-परिवार में समृद्धि, स्वास्थ्य, संतान की कामना करते हैं।
सूर्यास्त के बाद मिट्टी से बने चूल्हे पर आम की लकड़ियों से आग जलाकर उसपर गुड़ और चावल की खीर बनाने की प्रथा है, गेंहूं के आते की रोटी, केला आदि चीजें प्रसाद में शामिल की जाती है। इसके बाद सबसे पहले छठी मैया तथा सूर्य देव को भोग अर्पित करके सभी लोगों को दिया जाता है, इसके बाद तीसरे दिन निर्जला व्रत रखा जाता है। छठ पूजा का दूसरा दिन 'खरना' व्रत–पूजा बेहद महत्वपूर्ण है और इसे सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और परिवार-कल्याण के लिए शुभ माना जाता है।