साल में वैसे तो चार नवरात्रि होती है लेकिन मुख्य तौर पर दो बार इस व्रत को किया जाता है. एक शारदीय नवरात्रि होती है और एक चैत्र नवरात्रि होती है. हर साल चैत्र नवरात्रि चैत्र मास के शुक्लपक्ष में मनाई जाती है. चैत्र नवरात्रि के आरंभ से ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी हो जाती है. इस दौरान मां के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है और उपवास भी रखा जाता है.
इस साल चैत्र नवरात्रि 25 मार्च से शुरू हो रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि में मां शक्ति साधना से प्रसन्न होकर अपने साधकों पर कृपा बरसाती हैं. हिन्दू पंचांग के अनुसार, हिंदू नववर्ष का शुभारंभ भी चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को ही होता है.
इस साल नवरात्रि के समय कई शुभ संयोग बन रहे हैं. इस साल चैत्र नवरात्रि 25 मार्च से शुरू हो रही है. चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 24 मार्च को दोपहर 2:57 बजे से शुरू होगी और 25 मार्च को दोपहर 5:26 बजे तक रहेगी. 24 तारीख को दोपहर में नवरात्रि शुरू होने की वजह से पहले दिन की पूजा अगले दिन यानि कि 25 तारीख की सुबह की जाएगी.
नवरात्रि प्रारंभ होते ही घट स्थापना की जाती है। घट स्थापना करने से घर में सकारात्मकता का वास होता है और घर में खुशहाली आ जाती है. घटस्थापना के बाद नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाई जाती है और पूरे विधि विधान से पूजा- अर्चना की जाती है.
घटस्थापना शुभ मुहूर्त25 मार्च - सुबह 6 बजकर 19 मिनट से 7 बजकर 17 मिनट तक