बसंत पंचमी 2018: आज भूल से भी ना करें ये 5 काम, मां सरस्वती हो सकती हैं नाराज
By गुलनीत कौर | Updated: January 22, 2018 11:14 IST2018-01-22T11:13:07+5:302018-01-22T11:14:36+5:30
बसंत पंचमी के दिन यदि मां सरस्वती की अपार कृपा पाना चाहते हैं तो शास्त्रों में वर्जित इन कार्यों को करने से बचें।

बसंत पंचमी 2018: आज भूल से भी ना करें ये 5 काम, मां सरस्वती हो सकती हैं नाराज
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को हिन्दू धर्म में 'मां सरस्वती' के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसदिन हिन्दू घरों और मंदिरों में मां सरस्वती का विधिवत पूजन किया जाता है। भारत के कई स्कूलों में भी इसदिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी के दिन बच्चों को पहला अक्षर सिखाया जाता है। यह दिन पितृ तर्पण आ दिन भी माना गया है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए, ताकि अशुभ प्रभाव से बचा जा सके, आइए जानते हैं क्या हैं वे कार्य:
काले रंग से दूर रहें
शास्त्रों के मतानुसार इसदिन काले और लाल रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। बसंत पंचमी के दिन गरीबों में वस्त्र भी दान किए जाते हैं, तो ध्यान रहे कि काले और लाल रंग के वस्त्रों का दान ना करें।
प्रकृति को नुकसान ना पहुंचाएं
बसंत पंचमी के दिन गलती से भी पेड़ ना काटें। चूंकि यह दिन प्रकृति को समर्पित होता है, इसलिए इसदिन फसल काटने जैसे कार्य को भी टाल देना चाहिए।
जुबां पर रखें लगाम
बसंत पंचमी का दिन ज्ञान और वाणी की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता है, अतः इसदिन देवी की पूजा की जाती है। इसलिए कहा जाता है कि इसदिन हर व्यक्ति को अपनी जुबां पर लगाम रखना चाहिए। कुछ भी अनाप-शनाप बोलने से बचना चाहिए।
क्लेश से रहें दूर
बसंत पंचमी का दिन पितृ तर्पण का दिन भी माना जाता है और उनका आशीर्वाद खुद पर बनाए रखने के लिए इसदिन घर में क्लेश करने से बचना चाहिए। घर में सभी से प्रेम पूर्वक बोलना चाहिए।
ऐसा भी ना करें
भूल से भी बसंत पंचमी के दिन बिना स्नान किए भोजन ना करें। ऐसा करने से मां सरस्वती नाराज होती हैं। संभव हो तो स्नान करने के बाद पहले सरस्वती वंदना करें, मां सरस्वती को भोग लगाएं और इसके बाद ही खुद भोजन करें।
फोटो: विकिपीडिया