क्या है हाइब्रिड डेटिंग का कांसेप्ट? जानें इसके फायदे और नुकसान
By मनाली रस्तोगी | Published: February 18, 2022 05:31 PM2022-02-18T17:31:16+5:302022-02-18T17:43:34+5:30
आजकल हाइब्रिड डेटिंग काफी चलन में है। हाइब्रिड डेटिंग एक ऐसा टर्म है जो अभी नया तो है लेकिन लोगों को काफी पसंद आ रहा है।
Hybrid dating: कोरोना वायरस महामारी की वजह से वर्क फ्रॉम होम का कांसेप्ट बहुत आम हो गया है। कोविड-19 के साथ लोगों ने खुद को ढालना शुरू कर दिया है। ऐसे में पिछले दो सालों में बहुत से नए कांसेप्ट भी सामने आए हैं। इसमें से ही एक टर्म हाइब्रिड डेटिंग का भी है। हाइब्रिड डेटिंग एक ऐसा टर्म है जो अभी नया तो है लेकिन लोगों को काफी पसंद आ रहा है। दरअसल, आजकल लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच लोग सारी सावधानियां बरतते हुए ही किसी चीज के बारे में सोचते हैं। इसी तरह रोमांस के लिए भी हाइब्रिड डेटिंग एक नया तरीका बन गया है।
किसे कहते हैं हाइब्रिड डेटिंग?
कई लोगों ने दफ्तरों में हाइब्रिड तरीके से काम किया होगा या अभी कर रहे होंगे। हाइब्रिड तरीके से ऑफिस जाने का मतलब है कि लोग सप्ताह में कुछ दिन दफ्तर में बैठकर काम करते हैं तो बाकी दिन वर्क फ्रॉम होम करते हैं। कुछ इसी तरह हाइब्रिड डेटिंग का कांसेप्ट भी है। सीधे शब्दों में कहा जाए तो फिजिकल रोमांस के साथ-साथ जब वर्चुअल रोमांस भी जुड़ जाए तो उसे हाइब्रिड डेटिंग कहते हैं। फिजिकली मिलकर रोमांस करने के साथ हाइब्रिड डेटिंग में ऑनलाइन चैट और वीडियो कॉल के जरिए भी रोमांस होता है।
क्या हैं हाइब्रिड डेटिंग के फायदे?
कोरोना संक्रमण के बीच हाइब्रिड डेटिंग बहुत फायदेमंद है। जब कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी हो तो ऑनलाइन तरीके से रोमांस करने में कोई गुरेज नहीं। वहीं, अगर माहौल ठीक हो तो आमने-सामने भी मिला जा सकता है। कुल मिलाकर सबकुछ सिचुएशन पर निर्भर करता है। ऐसे में कोरोना काल के दौरान कई सारे डेटिंग एप भी सामने आए हैं, जिनके जरिये कपल्स वर्चुअल रोमांस कर सकते हैं।
ये हैं हाइब्रिड डेटिंग के नुकसान
फिलहाल, जो वर्तमान में माहौल है उसे देखकर तो कोरोना के खत्म होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस वजह से कई बार मन में ये डर रहता है कि कहीं बाहर जाने से कोई दिक्कत ना हो जाए। यही नहीं, ऑनलाइन रोमांस करने में कई बार लोगों को भाप पाना काफी मुश्किल हो जाता है। यही नहीं, हाइब्रिड डेटिंग में लोगों को काफी धैर्य से काम लेना पड़ता है क्योंकि इसमें आप किन्हीं वजहों से रोजाना पार्टनर के साथ बाहर जाकर घूम-फिर नहीं पाते हैं। एक तरह से हाइब्रिड डेटिंग में वहीं दिक्कतें पैदा होती हैं जो ऑनलाइन डेटिंग में होती हैं।