दुनिया के हर किसी व्यक्ति को खुश रहने का अधिकार है और इसी अधिकार को मनाने के लिए हर साल 20 मार्च को पूरी दुनिया में इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया जाता है। अगर आपकी वजह से कभी किसी के भी चेहरे पर मुस्कान आयी है तो आप खुद को लकी समझिए। क्योंकि किसी के चेहरे पर मुस्कान लाना बड़ी बात होती है।
इस हैप्पीनेस डे का कॉन्सेप्ट यूनाइटेड नेशनस न्यू वर्ल्ड ऑर्डर प्रोजेक्ट की सीईओ Jayme Illien ने की थी। लोगों को खुश रहने के लिए जागरुक करने के लिए इस दिन की शुरूआत हुई थी। जिसे हर साल किसी ना किसी थीम से साथ मनाया जाता है। इस बार इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस की थीम है हैप्पीनेस फॉर ऑल।
खुश रहना कोई बड़ी बात नहीं। बस अपनी जिंदगी से कुछ लोगों को अपनी लाइफ से डिलीट करके आप खुश रह सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो लोग जिन्हें अपनी लाइफ से दूर करके आप खुद के लिए खुशियां बंटोर सकते हैं-
1. जो देते हैं मुफ्त की सलाह
आपकी जिंदगी में ऐसे बहुत से लोग होंगे जो मुफ्त की सलाह देते हैं। ऐसे लोगों से जितना बच के रहें उतना अच्छा। ऐसे लोग बिना कुछ सुने कुछ जाने बस बोलते रहते हैं। उनकी सलाह आपको और उलझन में डाल सकती है।
2. हमेशा बने रहते हैं विक्टिम
ऐसे लोगों से भी दूर रहना चाहिए जो खुद को हमेशा विक्टिम बताते हैं। बात कोई भी हो हमेशा अपने ऊपर पूरा ठीकरा ले लेते हैं। ऐसे लोग आपकी पूरी एनर्जी भी सोख लेते हैं।
3. हमेशा शिकायत करने वाले
हर बात पर शिकायत करने वाले लोग भी आपको नेगेटिव कर देते हैं। ये ना सिर्फ लोगों की बुराई करते हैं बल्कि माहौल को नेगेटिव बना देते हैं।
4. दूसरों को दोष देने वाले
गलती भले ही हो मगर उसे कभी एक्सेप्ट नहीं करते। ऐसे लोग किसी के सगे नहीं होते। समय आने पर ये आप पर भी दांव खेल जाते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से भी दो हाथ की दूर बनाकर रखना सही है।
5. फिजूल बातें करने वाले
कोई काम नहीं फिर भी घंटों किसी भी टॉपिक पर बात कर सकें। यूं कहें बस फिजूल की बातें करने वाले लोगों से भी जितना दूर रहेंगे उतना ही खुश रहेंगे। ऐसे लोग दूसरों की सिर्फ निंदा करते हैं।
मार्च में ही क्यों मनाया जाता हैप्पीनेस डे?
दरअसल मार्च वो महीना है जिसमें दिन और रात दोनों एक बराबर होते हैं। मार्च के इस महीने को विषुव महीना भी कहा जाता है। जो ह्यूमन्स के लिए एक सार्वभौमिक घटना है। ऐसा तब होता है जब पृथ्वी की भूमध्य रेखा सूर्य की के केंद्र से होकर गुजरती है। इसलिए मार्च में इस दिन को मनाया जाता है।