20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस (International Happiness) के लिए मनाया जाता है। किसी को खुश करना या किसी के चेहरे पर स्माइल लाना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। आपकी वजह से कोई खुश रहता है तो आपको भी दिल से खुशी होती हैं। आज के स्ट्रैस्ट भरी दुनिया में खुशियां जिधर से भी आ रही हों बंटोर लीजिए। यूनाइटेड नेशनस न्यू वर्ल्ड ऑर्डर प्रोजेक्ट की सीईओ Jayme Illien ने इस दिन को मनाने की शुरूआत की थी। लोगों को खुश रहने के लिए जागरुक करने के लिए इस दिन की शुरूआत हुई थी।
हर साल ये दिन किसी ना किसी थीम पर मनाया जाता है। इस बार इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस की थीम है हैप्पीनेस फॉर ऑल। पहला इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस साल 2013 में मनाया गया था। वैसे तो खुश रहना हर किसी का अधिकार है और इसी विचार को ध्यान में रखते हुए इस साल की थीम को चुना गया है।
मार्च में ही क्यों मनाया जाता हैप्पीनेस डे?
दरअसल मार्च वो महीना है जिसमें दिन और रात दोनों एक बराबर होते हैं। मार्च के इस महीने को विषुव महीना भी कहा जाता है। जो ह्यूमन्स के लिए एक सार्वभौमिक घटना है। ऐसा तब होता है जब पृथ्वी की भूमध्य रेखा सूर्य की के केंद्र से होकर गुजरती है। इसलिए मार्च में इस दिन को मनाया जाता है।
इस हैप्पीनेस डे के लिए संयुक्त राष्ट्र ने लोगों के खुश रहने के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए 17 विकास के लक्ष्यों को भी लॉन्च किया है। ये 17 लक्ष्य हैं
किसी की जिंदगी में आप किसी भी तरह खुशी ला सकते हैं तो उसे पूरा कीजिए। ये सामने वाले के चेहरे पर ना सिर्फ मुस्कान लाएगा बल्कि आपके दिल को भी राहत पहुंचा जाएगा।