'राहुल जी, आपका तो माइक बंद किया लेकिन मुझे तो बैठने के लिए सीट तक नहीं दी', फिर छलका राजेंद्र गुढ़ा का दर्द
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: July 26, 2023 17:33 IST2023-07-26T17:31:42+5:302023-07-26T17:33:33+5:30
राजस्थान विधानसभा से जबरदस्ती निकाले गए गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अब सीधे राहुल गांधी का नाम लेकर अपना दर्द बयां किया है। गुढ़ा ने कहा है कि मुझे मंत्री पद से तो बर्खास्त किया ही है लेकिन अब तक ये नहीं बताया कि विधानसभा में मुझे बैठना कहां है।

गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (फाइल फोटो)
जयपुर: राजस्थान के बर्खास्त मंत्री और कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुढ़ा का दर्द एक बार फिर छलका है। राजस्थान विधानसभा से जबरदस्ती निकाले गए गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री ने अब सीधे राहुल गांधी का नाम लेकर अपना दर्द बयां किया है। गुढ़ा ने कहा है कि मुझे मंत्री पद से तो बर्खास्त किया ही है लेकिन अब तक ये नहीं बताया कि विधानसभा में मुझे बैठना कहां है।
उदयपुर में राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, "राहुल गांधी जी बोलते हैं, 'मेरा माइक बंद कर दिया', 'मुझे लोकसभा में बोलने नहीं दिया गया'। राहुल जी, आपका तो माइक बंद किया लेकिन मुझे तो बैठने के लिए तक सीट नहीं दी। मुझे मंत्री पद से बर्खास्त कर यह तक नहीं बताया कि मुझे बैठना कहां है।"
राहुल गांधी जी बोलते हैं, 'मेरा माइक बंद कर दिया', 'मुझे लोकसभा में बोलने नहीं दिया गया'। राहुल जी, आपका तो माइक बंद किया लेकिन मुझे तो बैठने के लिए तक सीट नहीं दी। मुझे मंत्री पद से बर्खास्त कर यह तक नहीं बताया कि मुझे बैठना कहां है: पूर्व राजस्थान सरकार में मंत्री राजेंद्र सिंह… pic.twitter.com/lw5W9SKqBH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2023
इससे पहले पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि गहलोत सरकार में बैठे लोगों के कारण राज्य में अपराध बढ़ रहा है। अगले कुछ दिनों में रैली करने और जनता के बीच जाने की घोषणा करते हुए गुढ़ा ने कहा कि पूरे मंत्रिपरिषद का नार्को टेस्ट होना चाहिए। आरोपी सरकार में बैठे हैं और उनकी वजह से राजस्थान महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और अत्याचार में नंबर 1 बन गया है। मुझे विधानसभा में बोलने के अधिकार, राजस्थान में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और अन्य अत्याचार का विरोध करने पर बर्खास्त किया गया।
बता दें कि गहलोत सरकार में सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में अपनी ही सरकार को महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा किया था। गुढ़ा ने कहा था कि हमें मणिपुर की चिंता छोड़कर अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। सीएम अशोक गहलोत ने एक पत्र लिखकर राज्यपाल कलराज मिश्र से गुढ़ा को बर्खास्त करने की अनुशंसा कर दी। फिर राजेंद्र गुढ़ा मंत्री से पूर्व मंत्री हो गए।
विधानसभा में राजेंद्र गुढ़ा एक लाल डायरी लेकर आए थे जिसके बारे में उनका दावा है कि उसमें विधायकों की खरीद फरोख्त से जुड़ी जानकारी थी। गुढ़ा जब अध्यक्ष की कुर्सी के करीब पहुंचे तो कांग्रेस विधायकों के साथ धक्का मुक्की हुई। हंगामे के बाद मार्शलों ने गुढ़ा को राजस्थान विधानसभा से बाहर कर दिया था।
राजस्थान के झुंझुनूं जिले की उदयपुरवाटी विधानसभा सीट से विधायक राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि इस लाल डायरी में विधायकों की खरीद फरोख्त का हिसाब था और सीएम अशोक गहलोत ने ही उनसे ये डायरी लाने को कहा था और इसे जलाने का आदेश दिया था।