राजस्थान में 74 फीसद से अधिक मतदान, भाजपा-कांग्रेस को अपनी-अपनी सरकार बनने की उम्मीद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 26, 2023 07:18 IST2023-11-26T07:17:05+5:302023-11-26T07:18:35+5:30
राजस्थान में शनिवार को विधानसभा चुनाव समाप्ति पर शाम छह बजे 74 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है। दोनों ही दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी को जनादेश मिलने की उम्मीद जताई है।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
जयपुर: राजस्थान में शनिवार को विधानसभा चुनाव समाप्ति पर शाम छह बजे 74 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। वैसे चुनाव आयोग ने बताया कि फॉर्म 17ए की जांच के बाद रविवार 26 नवम्बर तक ही अंतिम मतदान प्रतिशत के आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे। आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे तक आखिरी रिपोर्ट आने तक मतदान का अंतरिम मत प्रतिशत 74.96 रहा। पहले मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया था कि अंतिम मत प्रतिशत सारे आंकड़े मिल जाने के बाद ही जारी किये जाएंगे।
राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है। दोनों ही दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी को जनादेश मिलने की उम्मीद जताई है। अधिकारियों के अनुसार, हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में कुल मतदान प्रतिशत लगभग 74.06 प्रतिशत रहा था। गुप्ता ने यहां बताया था कि पांच बजे तक 68.24 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। उनके अनुसार शाम पांच बजे तक सबसे अधिक मतदान जैसलमेर जिले में हुआ। हनुमानगढ़ और धौलपुर जिले दूसरे नंबर पर रहे। गुप्ता ने कहा कि जिन मतदान केंद्रों पर झड़प की घटनाएं हुई हैं वहां पुनर्मतदान के बारे में फैसला पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कहीं भी मतदान प्रक्रिया रुकने की सूचना नहीं है। कुछ बूथों पर ईवीएम की खराबी पर उन्होंने कहा कि गड़बड़ी की संख्या राष्ट्रीय औसत से कम है।
पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) राजीव शर्मा ने बताया कि कुछ स्थानों पर मतदान के दौरान विभिन्न दलों के कार्यकर्ताओं के आमने-सामने आ जाने के कारण तनाव की स्थिति बनी। उनका कहना था कि प्रशासन और पुलिस द्वारा आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सख्ती से कराने पर कुछ स्थानों पर विरोध भी हुआ, परंतु सभी प्रकरणों में पुलिस एवं केन्द्रीय सुरक्षा बलों द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए स्थिति को नियंत्रण में बनाए रखा गया। उन्होंने बताया कि राज्य में पुलिस द्वारा विभिन्न प्रकरणों में लगभग 77 असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार अथवा निरुद्ध किया गया तथा अब तक सात चुनाव संबंधी घटनाएं दर्ज की गयी हैं। उनका कहना था कि कुछ घटनाओं में अब तक रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है, जिनमें फरियादी सामने आने पर विधिक कार्यवाही की जाएगी।
सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी दल भाजपा के नेताओं ने दिन में मीडिया से बातचीत में विश्वास जताया कि उनकी पार्टी को जनादेश मिलेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और पार्टी राज्य में फिर से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि कोई ‘अंडरकरंट’ है। ऐसा लगता है कि (कांग्रेस) सरकार दोबारा बनेगी।" पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ में पत्रकारों से बातचीत में गहलोत के ‘अंडरकरंट’ वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, "मैं उनसे सहमत हूं। वास्तव में एक ‘अंडरकरंट’ है लेकिन यह भाजपा के पक्ष में है। तीन दिसंबर को कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) खिलेगा।" जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "भाजपा भारी बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। इस बार लोग कांग्रेस के पांच साल के शासन के दौरान महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध, पेपर लीक और भ्रष्टाचार को ध्यान में रखकर वोट करेंगे।"
मतदान के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री गहलोत, केंद्रीय मंत्री शेखावत और कैलाश चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री राजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी वोट डाला। गहलोत और शेखावत ने जोधपुर में, चौधरी ने बालोतरा में, राजे ने झालावाड़ में और पायलट ने जयपुर में वोट डाला। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने चित्तौड़गढ़ में अपने मताधिकार का प्रयोग किया और पार्टी सांसद दीया कुमारी तथा राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जयपुर में मतदान किया। कुमारी और राठौड़ उन सात भाजपा सांसदों में शामिल हैं जो विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान विधानसभा आम चुनाव- 2023 के लिए 199 विधानसभा क्षेत्रों के 51,890 मतदान केन्द्रों पर आमतौर पर शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान सम्पन्न हुआ। उनके अनुसार नव विवाहित जोड़ों, दिव्यांग, थर्ड जेंडर, आदिवासियों, वृद्धों और युवाओं सहित सभी मतदाताओं ने मतदान में उत्साहपूर्वक भागीदारी की। मतदाताओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा गया।
सीकर के फतेहपुर में दो गुटों में झड़प के बाद पथराव हुआ। पुलिस ने बताया कि यह घटना एक मतदान केंद्र के पास हुई। थानाधिकारी इंद्राज सिंह ने बताया कि बूथ संख्या 128 पर दो पक्षों के बीच पत्थरबाजी में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। धौलपुर की बाड़ी सीट पर दो उम्मीदवारों के समर्थकों के दो समूहों के बीच झड़प हुई। फतेहपुर में भी दो पक्षों में झगड़ा हुआ। डीग जिले के कामां के सांवलेर गांव में पथराव में एक पुलिसकर्मी सहित दो लोग घायल हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवा में 12 गोलियां चलाईं।
(इनपुट- पीटीआई)