भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साझीदार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि राज्य सरकार केवल मंदिर पर ध्यान दे रही है, गरीबों के कल्याण पर नहीं। राजभर ने सोमवार (19 मार्च) को समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "सरकार केवल मंदिर पर केंद्रित है, गरीबों के कल्याण पर उसका ध्यान नहीं है। इन्हीं गरीबों ने उसे वोट देकर सत्ता तक पहुँचाया। बात बहुत होती है लेकिन जमीन पर बहुत कम काम हो रहा है।" उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के चार विधायक हैं। एसबीएसपी ने 2014 का लोक सभा चुनाव भी बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था। लोक सभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को यूपी की 80 संसदीय सीटों में से 73 पर जीत मिली थी। वहीं 2017 में हुए विधान सभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को कुल 403 में से 325 सीटें मिली थीं।
ओम प्रकाश राजभर ने यूपी से खाली हुई राज्य सभा सीटों के लिए 23 मार्च को होने वाले चुनाव में भी वक्त आने पर फैसला लेने की बात कहकर बीजेपी आलाकमान के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। एनडीए के घटक दल तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने हाल ही में बीजेपी से अपना नाता तोड़ा है। आंद्र प्रदेश में सत्ताधारी टीडीपी ने बीजेपी पर राज्य की अनदेखी का आरोप लगाया है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल टीडीपी के दो नेताओं ने केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। हाल ही में यूपी की गोरखपुर और फूलपूर संसदीयों सीटों के लिए हुए उप-चुनाव में बीजेपी को समाजवादी पार्टी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी की ज्यादा किरकिरी इस बात से हुई कि ये दोनों सीटें प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (गोरखपुर) और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (फूलपूर) के इस्तीफा देने से खाली हुई थीं। बीजेपी बिहार के अररिया संसदीय सीट के लिए हुए उप-चुनाव में लालू प्रसाद यादव की राजद के हाथों हार गई। बिहार के जहानाबाद विधान सभा सीट के लिए हुए उप-चुनाव में भी बीजेपी को राजद के हाथों हार मिली। जिन तीन लोक सभा और दो विधान सभा सीटों के लिए उप-चुनाव हुए थे उनमें बीजेपी को केवल भभुआ विधान सभा सीट पर जीत मिली।
राजभर ने रविवार (18 मार्च) को समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "हम अभी से कैसे बता सकते हैं कि अगले राज्यसभा चुनाव में हम भाजपा को वोट देंगे या किसी अन्य पार्टी को। हमने अभी इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है।' सरकार के प्रति पूर्व में कई मौकों पर नाराजगी जता चुके राजभर ने कहा, 'हालांकि हम अभी भाजपा के साथ गठबंधन में है लेकिन सवाल यह है कि क्या भाजपा ने राज्यसभा और गोरखपुर तथा फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी तय करने से पहले हमसे कोई सलाह ली थी।" योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री राजभर ने कि हम भाजपा के साथ गठबंधन में है और अगर वह गठबंधन धर्म नहीं निभाती है तो क्या हमें उसके साथ जाना चाहिए।
बीजेपी की एक अन्य साझीदार शिव सेना उसके खिलाफ लगातार आक्रामक बयान देती रही है। अगले साल होने वाले लोक सभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस गैर-बीजेपी गठबंधन बनाने की बात कह चुकी है। यूपी उप-चुनाव में समाजवादी पार्टी को कुमारी मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने समर्थन दिया था। माना जा रहा है कि सपा बसपा उम्मीदवार को राज्य सभा चुनाव में समर्थन देगी।