सांसद निधि रुकी तो टीएमसी के नेता बोले- थोपा जा रहा मनमाना और सनक भरा फैसला, पीएम मोदी ने सभी दलों से सलाह लिए बिना कर लिया निर्णय

By भाषा | Updated: April 7, 2020 06:35 IST2020-04-07T06:35:42+5:302020-04-07T06:35:42+5:30

तृणमूल कांग्रेस ने सांसद निधि को अस्थाई रूप से रोकने के भाजपा-नीत केन्द्र सरकार के फैसले की सोमवार को आलोचना करते हुए उसे ‘‘मनमाना और सनक भरा’’ बताते हुए कहा कि इससे सांसद अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं कर पाएंगे।

When MP funds stopped TMC leaders said imposing arbitrary and whimsical decision PM Modi took decision without consulting all parties | सांसद निधि रुकी तो टीएमसी के नेता बोले- थोपा जा रहा मनमाना और सनक भरा फैसला, पीएम मोदी ने सभी दलों से सलाह लिए बिना कर लिया निर्णय

तृणमूल कांग्रेस ने सांसद निधि को अस्थाई रूप से रोकने के फैसले को मनमाना और सनक भरा बताया

Highlightsतृणमूल कांग्रेस ने सांसद निधि को अस्थाई रूप से रोकने के फैसले को मनमाना और सनक भरा बतायातृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी दलों से सलाह लिए बगैर ही मुद्दे पर फैसला ले लिया।

कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस ने सांसद निधि को अस्थाई रूप से रोकने के भाजपा-नीत केन्द्र सरकार के फैसले की सोमवार को आलोचना करते हुए उसे ‘‘मनमाना और सनक भरा’’ बताते हुए कहा कि इससे सांसद अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं कर पाएंगे। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी दलों से सलाह लिए बगैर ही मुद्दे पर फैसला ले लिया। लेकिन, प्रदेश भाजपा का कहना है कि यह फैसला जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है और जिनको इससे दिक्कत है, वे ऐसे लोग हैं जो अपनी निधि का कभी समुचित उपयोग नहीं करते।

रॉय ने कहा, ‘‘एमपीलैड (सांसद निधि) को अस्थाई रूप से रोकने का फैसला मनमाना और सनक भरा है। हम इसका विरोध करते हैं। केन्द्रीय मंत्रिमंडल और प्रधानमंत्री ने हमारे साथ चर्चा किए बगैर ही सभी सांसदों के संबंध में फैसला कर लिया।’’ उन्होंने कहा कि इससे सांसदों के पास निधि नहीं होगी और वे अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं करा सकेंगे। सरकार ने सोमवार को तय किया कि वह सांसद निधि योजना को दो साल के लिए निलंबित करके उस धन को भारत की संचित निधि में डालेगी। 2020-21 और 2021-22, दो वर्ष में कुल सांसद निधि की राशि होगी 7,900 करोड़ रुपये।

कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए सभी सांसदों के वेतन में एक साल तक 30 प्रतिशत की कटौती के केन्द्र सरकार के फैसले पर रॉय ने कहा, ‘‘हमें इस सबंध में कुछ नहीं कहना है।’’ लेकिन तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेन्द्र शेखर रॉय ने जानना चाहा कि क्या नौकरशाहों का वेतन भी काटा जाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि यह फैसला जनता के हितों को ध्यान मे रखते हुए लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘देश संकट के दौर से गुजर रहा है। पूरी अर्थव्यवस्था इससे बुरी तरह प्रभावित है। इसलिए केन्द्र सरकार ने जनता के हित में यह फैसला लिया है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।’’

Web Title: When MP funds stopped TMC leaders said imposing arbitrary and whimsical decision PM Modi took decision without consulting all parties

राजनीति से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे