पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी में रहे यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। वे शनिवार को कोलकाता स्थित टीएमसी के ऑफिस पहुंचे और टीएमसी की सदस्या ली। पश्चिम बंगाल में इस महीने के आखिर से विधानसभा चुनाव होने हैं। 8 चरण में वोटिंग होनी है। इससे ठीक पहले यशवंत सिन्हा टीएमसी में शामिल हुए हैं।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर हुए हमले के बाद उन्होंने टीएमसी में शामिल होने का फैसला किया। यशवंत सिन्हा दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे थे। हालांकि, 2014 के बाद से वे नरेंद्र मोदी सरकार के आलोचक रहे हैं। इसी बीच यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा मोदी सरकार में वित्त राज्यमंत्री भी रहे थे।
माना जा रहा है कि अब टीएमसी में शामिल होने के बाद यशवंत सिन्हा जल्द पार्टी के लिए चुनाव प्रचार में उतरेंगे। पश्चिम बंगाल में टीएमसी 291 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है। ममता बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
बीजेपी और मोदी सरकार पर बरसे यशवंत सिन्हा
टीएमसी में शामिल होने के बाद यशवंत सिन्हा ने कहा, 'आज देश एक अभूतपूर्व परिस्थिति का सामना कर रहा है। लोकतंत्र की मजबूती लोकतंत्र के संस्थानों की मजबूती पर निर्भर करती है। सभी संस्थाएं जिसमें न्यायपालिका भी शामिल है, वे अब कमजोर हो गए हैं।'
यशवंत सिन्हा ने आगे कहा, 'अटली जी के समय में सर्वसम्मति होती थी लेकिन आज की सरकार लोगों को दबाने और उन पर हक जमाने में विश्वास करती है। अकाली, बीजेडी आज बीजेपी को छोड़ चुके हैं। आज बीजेपी के साथ कौन खड़ा है?'