मध्य प्रदेश के बाद असम में व्यापम घोटाला, सुरजेवाला बोले- बाजार में पैसे लेकर बेचे गए पेपर
By शीलेष शर्मा | Published: September 29, 2020 09:03 PM2020-09-29T21:03:01+5:302020-09-29T21:03:01+5:30
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 597 पदों के लिए 66000 अभ्यार्थियों ने आवेदन किया और वे परीक्षा में बैठे लेकिन सारे मामले में ग्रहण उस समय लग गया जब इस परीक्षा के प्रश्न पत्र माफियाओं के ज़रिये खुले आम बाजार में पैसे लेकर बेचे गए।
नई दिल्लीः भाजपा शासित राज्य में भोपाल के बाद असम से भी व्यापम जैसे घोटाले की खबरें मिल रहीं हैं। यह घोटाला उन नौकरियों से जुड़ा हुआ है जिसके तहत 597 पुलिस सब इंस्पेक्टरों की नियुक्तियों के लिए परीक्षा आयोजित की गयी थी।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 597 पदों के लिए 66000 अभ्यार्थियों ने आवेदन किया और वे परीक्षा में बैठे लेकिन सारे मामले में ग्रहण उस समय लग गया जब इस परीक्षा के प्रश्न पत्र माफियाओं के ज़रिये खुले आम बाजार में पैसे लेकर बेचे गए।
यह खबर मिलते ही कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथों हाथ उठा लिया और सरकार पर आरोप लगाया कि जिस तरह मध्य प्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की देख-रेख में व्यापम घोटाला हुआ उसी तरह असम में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनवाल की छत्रछाया में यह घोटाला फलताफूलता रहा।
कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार का रोज़गार से जुड़ा दूसरा व्यापम घोटाला है। उन्होंने पूछा कि इस मामले में भाजपा नेता देबन डेका की गिरफ्तारी हुई लेकिन किसी की सिफारिश पर उन्हें रिहा कर दिया गया।
सुरजेवाला ने पूछा कि सरकार बताये की किसकी सिफारिश पर डेका छूटे और अब वो कहाँ हैं। राज्य के पूर्व डीआईजी पी के दत्ता का नाम कथित रूप से पेपर लीक में लिया जा रहा है। सरकार बताये कि दत्ता के किस किस से रिश्ते हैं और पुलिस इस कथित घोटाले से जुड़े लोगों को आखिर क्यों नहीं पकड़ रही। उन्होंने सीधे सीधे मुख्यमंत्री सोनवाल, जिनके पास गृहमंत्रालय का भी प्रभार है के इस्तीफ़े की मांग भी कर डाली।