36 घंटे चला उत्तर प्रदेश विधान मंडल, इतिहास रचा, विपक्ष का बहिष्कार, लेकिन 5 विपक्षी विधायक पहुंचे, कुछ नींद में भी दिखे

By भाषा | Published: October 3, 2019 09:06 PM2019-10-03T21:06:34+5:302019-10-03T21:06:34+5:30

लगातार चले मैराथन सत्र में कांग्रेस की अदिति सिंह, सपा के शिवपाल यादव, बसपा के असलम राइनी अपनी अपनी पार्टियों के सदन बहिष्कार के फैसले के बावजूद सदन में आये और अपनी बात रखी । सपा के नितिन अग्रवाल और बसपा के अनिल सिंह हालांकि पाला बदल चुके हैं लेकिन तकनीकी रूप से वे अपनी अपनी पार्टियों के सदस्य हैं और कार्यवाही में शामिल हुए।

Uttar Pradesh Legislature lasted for 36 hours, created history, boycotted opposition, but 5 opposition MLAs arrived, some also appeared in sleep | 36 घंटे चला उत्तर प्रदेश विधान मंडल, इतिहास रचा, विपक्ष का बहिष्कार, लेकिन 5 विपक्षी विधायक पहुंचे, कुछ नींद में भी दिखे

सत्र बुधवार को सुबह 11 बजे शुरू हुआ था।

Highlightsयोगी ने कहा कि विपक्षी दलों की लोकतांत्रिक मूल्यों और महात्मा गांधी की विचारधारा में कोई आस्था नहीं है । महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर 36 घंटे के विशेष सत्र को आहूत किया गया था।

उत्तर प्रदेश विधान मंडल दोनों सदनों का 36 घंटे लंबा निर्बाध सत्र चलाने का इतिहास बनाने जा रहा है। विपक्षी दलों ने हालांकि सत्र का बहिष्कार किया लेकिन कुछ विपक्षी विधायक सदन की बैठक में शामिल हुए ।

लगातार चले मैराथन सत्र में कांग्रेस की अदिति सिंह, सपा के शिवपाल यादव, बसपा के असलम राइनी अपनी अपनी पार्टियों के सदन बहिष्कार के फैसले के बावजूद सदन में आये और अपनी बात रखी । सपा के नितिन अग्रवाल और बसपा के अनिल सिंह हालांकि पाला बदल चुके हैं लेकिन तकनीकी रूप से वे अपनी अपनी पार्टियों के सदस्य हैं और कार्यवाही में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के बहिष्कार को लेकर उस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये केवल राष्ट्रपिता का अपमान नहीं है बल्कि सदन की अवमानना है । योगी ने कहा कि विपक्षी दलों की लोकतांत्रिक मूल्यों और महात्मा गांधी की विचारधारा में कोई आस्था नहीं है ।

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर 36 घंटे के विशेष सत्र को आहूत किया गया था। सत्र बुधवार को सुबह 11 बजे शुरू हुआ । योगी ने सत्र के दूसरे दिन गुरूवार को विधान परिषद में कहा, ''विपक्ष महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर आयोजित विशेष सत्र का बहिष्कार कर रहा है। ये वो लोग हैं जिनकी लोकतांत्रिक मूल्यों और महात्मा गांधी की विचारधारा में कोई आस्था नहीं है।''

बुधवार को शुरू हुए विशेष सत्र के पहले दिन रात करीब एक बजे तक विधानसभा में मौजूद रहे मुख्यमंत्री पूर्वाह्न 11 बजे विधान परिषद में सम्बोधन देने पहुंचे। योगी ने अपने बात की शुरुआत विपक्षी दलों पर हमले के साथ की। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों के लिये सत्ता व्यक्तिगत लूट—खसोट का माध्यम है और उनका जनकल्याण से कोई सरोकार नहीं है। अपने सम्बोधन में उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में अपनी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों का विस्तृत ब्यौरा दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2024 तक भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है। इसे पूरा करने की जिम्मेदारी पूरे देश की है। उत्तर प्रदेश भी एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान करेगा। हर जिले की अपनी जीडीपी होगी। इस दिशा में हम काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के जमाने में लोग बुनियादी सुविधाओं के लिये भटकते थे और उनकी कोई सुनवाई नहीं होती थी।

प्रदेश में 54 बस्तियां ऐसी थीं, जहां सड़क, शिक्षा, पानी, बिजली, स्वास्थ्य की व्यवस्था नहीं थी। शासन की किसी भी योजना का लाभ उन लोगों को नहीं मिलता था। उन्हें व्यवस्था का हिस्सा बनने का मौका नहीं मिला। हमारी सरकार ने उन वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा देकर उन्हें ये तमाम सुविधाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा ''आज मैं दावा कर सकता हूं कि प्रदेश में भूख से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हो सकती। यूपी के गोदामों में इतना अनाज है कि हम तीन साल तक हर नागरिक को बैठाकर खिला सकते हैं।''

उन्होंने कहा ''हमने जहां खाद्यान्न की गारंटी दी, वहीं पोषण मिशन को भी आगे बढ़ाया। यह कुपोषण से मुक्ति का एक अभियान है। आज सरकार ने बड़ी कार्यवाही आगे बढ़ायी और पोषण के लिये आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, प्राइमरी स्कूलों में रसोइया, बीआरडी और होमगार्ड जवानों का मानदेय बढ़ाया। उसे प्रदर्शन आधारित बनाया है। यानी जो अच्छा काम करेगा उसका मानदेय बढ़ेगा, जो नहीं करेगा उसका घटेगा। सदन में कल रात भाजपा के लगभग 100 सदस्य मौजूद रहे ।

विधानसभा में सदस्यों की संख्या 403 है । विधान मंडल के 36 घंटे तक चलने वाले विशेष मैराथन सत्र में आधी रात के बाद भी विधायकों का उत्साह कम नहीं हुआ और उनमें से कई नींद भगाने के लिए कसरत करते भी नजर आए। विशेष सत्र के पहले दिन सतत विकास को लेकर राज्य की भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों और अर्जित उपलब्धियों पर मुख्यमंत्री मंत्रियों तथा विधायकों के वक्तव्य के बाद यह सिलसिला लगातार जारी रहा। रात करीब दो बजकर 10 मिनट पर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी अपने स्थान पर खड़े हुए और सबसे पिछली सीट के पीछे बने स्थान पर टहलने लगे।

इस दौरान उन्होंने कसरत भी शुरू कर दी। सुबह करीब छह बजे उन्होंने सदन में भाषण दिया। उसके बाद वह अपने आवास चले गए। सपा के विधायक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संस्थापक शिवपाल यादव ने विशेष सत्र में कहा कि ''इस तरह का सत्र आयोजित करना बहुत ही ऐतिहासिक है ।'' उन्होंने योगी सरकार द्वारा चलायी जा रही विकास योजनाओं की तारीफ करते हुये कहा कि सरकार द्वारा आयोजित इन्वेस्टर्स समिट से प्रदेश की छवि बेहतर हुई है लेकिन प्रदेश में जितना निवेश होना चाहिये उतना अभी नहीं हुआ ।

उन्होंने कहा,'' मैं प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था और बेराजगारी की ओर भी सरकार का ध्यान आकर्षित दिलाना चाहता हूं.... उज्ज्वला योजना की हम सराहना करते हैं लेकिन सरकार से मेरी मांग है कि गैस सिलिंडर भरवाने के लिये अधिक से अधिक सब्सिडी की आवश्यकता है ।’’

राइनी ने कहा कि वह अंतरात्मा की आवाज पर आज सत्र में आये है और इस विशेष सत्र के प्रयासों के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया । अदिति ने कल कहा था, ''दलगत भावना से ऊपर उठकर राष्ट्रपिता के सम्मान में बोल रही हूं ... मुझे लगा कि विकास पर बात हो रही है तो मुझे यहां होना चाहिए। यह गांधीजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। राष्ट्रहित-देशहित के मसले पर जो सही लगता है, मैं हमेशा करती हूं ।''

Web Title: Uttar Pradesh Legislature lasted for 36 hours, created history, boycotted opposition, but 5 opposition MLAs arrived, some also appeared in sleep

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