यूपी राज्यसभा उपचुनाव: भाजपा प्रत्याशी जफर इस्लाम का नामांकन पत्र दाखिल, जीत तय, ज्योतिरादित्य सिंधिया को BJP में लाए थे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 29, 2020 04:00 PM2020-08-29T16:00:23+5:302020-08-29T16:00:23+5:30
ज़फ़र इस्लाम का नाम इस बार इसलिए भी खास है, क्योंकि मध्य प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय कांग्रेस के पूर्व युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में लाने में उन्होंने बड़ी भूमिका अदा की थी।
लखनऊः राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार सैयद जफर इस्लाम का नामांकन पत्र शनिवार को दाखिल किया गया। उम्मीदवार की गैर मौजूदगी में उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुरेश खन्ना ने निर्वाचन अधिकारी बी बी दुबे के समक्ष दो सेट पेपर दाखिल किये।
मंत्री खन्ना के अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य, स्वाति सिंह, रमापति शास्त्री, राजेन्द्र प्रताप सिंह मोती सिंह तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर मौजूद थे। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख एक सितंबर है और नामांकन पत्रों की जांच दो सितंबर को होगी।
नामांकन पत्र वापस लेने की तारीख चार सितंबर है और अगर जरूरत पड़ी तो 11 सितंबर को मतदान होगा। सपा के निष्कासित नेता एवं सांसद अमर सिंह के निधन के कारण यह उपचुनाव हो रहा है। राज्य विधानसभा में भाजपा के प्रचंड बहुमत को देखते हुए इस्लाम की जीत तय मानी जा रही है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि इस्लाम अस्वस्थ हैं, इसलिए नामांकन पत्र भरने नहीं आ सके।
ज़फ़र इस्लाम का नाम इस बार इसलिए भी खास है, क्योंकि मध्य प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय कांग्रेस के पूर्व युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में लाने में उन्होंने बड़ी भूमिका अदा की थी। सिंधिया ने अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी का हाथ थाम लिया था, जिसके बाद राज्य में कमलनाथ की सरकार गिर गई थी और बीजेपी की शिवराज सिंह चौहान की सत्ता एक बार फिर वापस आ गई थी।
ज़फ़र इस्लाम की उम्मीदवारी इसलिए भी खास है क्योंकि अब तक बीजेपी के इतिहास में छह ही मुस्लिम सांसद हुए हैं- मुख्तार अब्बास नक़वी, शहनवाज़ हुसैन, सिकंदर बख्त (राज्यसभा) और आरिफ बेग, एमजे अकबर और नज़मा हेपतुल्ला. सैय्यद ज़फ़र इस्लाम सातवें मुस्लिम सांसद होंगे। जफर इस्लाम भाजपा के प्रवक्ता हैं। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में लाने में इस्लाम की प्रमुख भूमिका थी।
श्रेयमस कुमार राज्यसभा उपचुनाव में केरल से निर्वाचित
केरल में सत्तारूढ़ वाम गठबंधन एलडीएफ की सहयोगी लोकतांत्रिक जनता पार्टी के अध्यक्ष एम वी श्रेयमस कुमार राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में निर्वाचित घोषित किए गए। राज्यसभा की यह सीट उनके पिता और मीडिया हस्ती एम पी वीरेन्द्र कुमार की मृत्यु के कारण रिक्त हुयी थी।
केरल विधानसभा के सचिव और चुनाव अधिकारी एस वी उन्नीकृष्णन ने कहा कि कुमार को 88 मत मिले जबकि कांग्रेस नीत यूडीएफ गठबंधन के उम्मीदवार लाल वर्गीज कल्पकवडी को 41 वोट मिले। वरिष्ठ समाजवादी वीरेन्द्र कुमार का 28 मई को 83 साल की उम्र में निधन हो गया था।
मतदान यहां राज्य विधानसभा परिसर में हुआ। भाजपा के एकमात्र विधायक ओ राजगोपाल ने मतदान नहीं किया वहीं विधायक पी सी जॉर्ज के मत को अवैध घोषित कर दिया गया। कुल 136 सदस्यों में से 130 ने मतदान किया। छह विधायकों ने मतदान नहीं किया।