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अबकी बार सरयू नदी के तट पर 5.50 लाख से भी अधिक दीप जलाएंगे, अयोध्या पर बयान दीपोत्सव से संबंधित था: योगी

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 7, 2019 19:21 IST

मुख्यमंत्री ने अयोध्या मामले पर दिए गए अपने बयान को लेकर कहा कि उनका आशय वहां आयोजित होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम के संबंध में था। न्यायालय के फैसले का सभी सम्मान करेंगे। सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे राम मंदिर विवाद को खत्म किया जाना चाहिए। इसके लिए न्यायालय लगातार सुनवाई कर रहा है।

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ठळक मुद्देमुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर निर्माण कार्य का नाम लिए बिना शनिवार को गोरखपुर में कहा था कि बहुत जल्द बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है।गोरक्षनाथ मंदिर में उन्होंने कहा कि नवरात्रि नारी शक्ति के प्रति सम्मान और सुरक्षा के संकल्प का पर्व है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यहां कहा कि अयोध्या मुद्दे पर उनका बयान दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर था और न्यायालय के फैसले का सभी सम्मान करेंगे।

उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह सिर्फ नकारात्मक राजनीति करता है, उसे विकास और जनकल्याणकारी कार्यों से कोई लेना-देना नहीं है। मुख्यमंत्री ने अयोध्या मामले पर दिए गए अपने बयान को लेकर कहा कि उनका आशय वहां आयोजित होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम के संबंध में था। न्यायालय के फैसले का सभी सम्मान करेंगे। सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे राम मंदिर विवाद को खत्म किया जाना चाहिए। इसके लिए न्यायालय लगातार सुनवाई कर रहा है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर निर्माण कार्य का नाम लिए बिना शनिवार को गोरखपुर में कहा था कि बहुत जल्द बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। सोमवार को महानवमी के अवसर पर गोरक्षनाथ मंदिर में उन्होंने कहा कि नवरात्रि नारी शक्ति के प्रति सम्मान और सुरक्षा के संकल्प का पर्व है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में अयोध्या में परम्पराओं को खत्म कर दिया गया था। अब अयोध्या में विदेशों से आये लोगों द्वारा रामलीला का मंचन किया जाता है। कई देशों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं। हमारी सरकार पिछली बार की तरह इस बार भी वहां भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित कर रही है। अबकी बार सरयू नदी के तट पर साढ़े पांच लाख से भी अधिक दीप जलाकर दीपावली का पर्व मनाया जाएगा।''

योगी ने कहा कि विपक्ष को गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य से कोई मतलब नहीं है। गांधी जी की 150 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित विधानमंडल सत्र का बहिष्कार कर विपक्ष ने गांधी जी और विकास का अपमान किया है। विपक्ष, सदन में मुंह दिखाने लायक नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं के उत्थान के लिए कई कार्य किए गए हैं। 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' जैसी योजनाओं से बेटियों को सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना पर तेजी से काम हो रहा है। गरीब कन्याओं की शादी के लिए 51 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार बेटी कल्याण के लिए ‘कन्या सुमंगला’ योजना प्रारम्भ करने जा रही है, जिसके माध्यम से 15 हजार रुपये की राशि बालिकाओं के सशक्तीकरण के लिए दी जाएगी। 

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