तेजस्वी ने कहा- पिता लालू प्रसाद की मंजूरी के बिना कुछ नहीं, पार्टी के उम्मीदवारों पर फैसला संसदीय बोर्ड करेगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 5, 2019 08:38 AM2019-01-05T08:38:15+5:302019-01-05T10:29:59+5:30
तेजस्वी यादव राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता है और अगले विधानसभा चुनावों में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
राजद नेता तेजप्रताप यादव द्वारा बहन मीसा भारती की पाटलीपुत्र लोकसभा सीट से उम्मीदवारी की अपनी तरफ से घोषणा करने के एक दिन बाद, उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि पार्टी के उम्मीदवारों पर फैसला उसका संसदीय बोर्ड करेगा और इस पर पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद की मंजूरी ली जाएगी।
तेजस्वी राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता है और अगले विधानसभा चुनावों में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
उन्होंने अपने बड़े भाई की घोषणा से खुद को अलग करते हुए कहा, ‘‘लोकतंत्र में सभी लोगों का हर तरह की चीजें बोलने का अधिकार होता है और जरूरी नहीं कि पार्टी के फैसलों पर उनका असर हो।’’
लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा
रांची हाई कोर्ट में शुक्रवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी हो गई है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है। मामले में फैसला सुनाने की तारीख मुकर्रर नहीं की गई है। लालू की तरफ से वकील कपिल सिब्बल ने पक्ष रखा। उन्होंने उम्र और मेडिकल ग्राउंड पर लालू प्रसाद यादव को जमानत देने की बात कही।
सुनवाई के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने यह जानकारी दी। इससे पहले लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई पिछले दो तारीखों से टल रही थी। मामले में पिछले तिथि की सुनवाई के दौरान वरीय अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने लालू प्रसाद यादव की ओर से पक्ष रखा था। सुनवाई के दौरान सीबीआई के द्वारा कोर्ट से मेरिट के आधार पर बहस के लिए समय मांगा गया था।
कोर्ट ने समय देते हुए 4 जनवरी की तिथि निर्धारित की थी। यहां बता दें कि लालू प्रसाद यादव को सीबीआई की विशेष अदालत से देवघर, दुमका और चाईबासा मामले में सजा हुई है। इन्हीं मामले को लेकर लालू प्रसाद यादव ने हस्ताक्षेप जमानत याचिका दायर की है। उन्होंने याचिका के माध्यम से कोर्ट को बताया है कि वह कई बीमारियों से ग्रसित हैं। जिनका इलाज व बाहर रहकर कराना चाहते हैं। पिछले 1 साल से वह जेल में बंद हैं, साथ ही जमानत की सभी शर्तों को वह मानेंगे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव करोडों रुपये के चारा घोटाला मामलों में दोषी ठहराये जाने के बाद दिसंबर 2017 से रांची जेल में बंद हैं।