रायपुरः छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन के शिलान्यास समारोह के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की विधानसभा का गठन हुए 20 वर्ष हो गए हैं लेकिन विधानसभा का नया भवन अब बनेगा। हमें याद रखना होगा कि हमारा संविधान इन भवनों से नहीं भावनाओं से बचा रहेगा। इन भवनों से दूषित और गलत भवनाओं के प्रवेश को रोकना होगा तभ हमारा संविधान बचेगा।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान हमने जो प्रण किया था उसे पूरा करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकि है। पिछले कुछ समय से लोकतंत्र के सामने नई चुनौतियां खड़ी हुई हैं। लोकतांत्रिक संस्थाएं ध्वस्त हो रही हैं। लोकशाही पर तानाशाही का प्रभाव बढ़ रहा है।
सोनिया गांधी ने कहा कि 15 वर्ष की लंबी अवधि के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है। पिछले वर्षों में छत्तीसगढ़ में जो हुआ वह उदाहरण है कि एक दिशाहीन और विचारहीन सरकार जनहित के बारे में कभी नहीं सोच सकती। मुझे प्रसन्नता है कि हमारी सरकार सही दिशा में काम कर रही है।
आपको बता दें, छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र बीते दिन को समाप्त हो गया। विधानसभा में शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने मानसून सत्र के समाप्त होने की जानकारी दी। महंत ने कहा कि पंचम विधानसभा के सातवें सत्र का आज अंतिम कार्य दिवस है। यह सत्र कई मायनों में कुछ अलग अनुभव देने वाला रहा, आज पूरा विश्व कोरोना महामारी के संक्रमण के प्रभाव से गुजर रहा है। हम सबके लिए यह गर्व का विषय है कि हमारी छत्तीसगढ़ विधानसभा ने राज्य में कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट की घड़ी में पूर्ण सजगता और समर्पण के साथ योगदान दिया है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र समापन के अवसर पर मैं अपनी ओर से और सदन की ओर से हमारे ‘कोरोना योद्धाओं’ डॉक्टर, नर्स व अन्य चिकित्सा कर्मचारी, पुलिस-प्रशासन, स्वयंसेवी संगठन, राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं, शासन-प्रशासन के अधिकारीगण और वे सभी जन जिन्होंने कोविड-19 के संक्रमण के संकट काल में पीड़ित और जरूरतमंदों की सेवा की है, उन सबके प्रति साधुवाद प्रेषित करता हूं, यह सदन उनके इस योगदान के प्रति कृतज्ञ है।