शिवसेना को तोता नहीं बनना चाहिए, पीएम मोदी-शरद पवार दिल्ली में क्यों मिलेः प्रकाश आंबेडकर

By भाषा | Published: November 23, 2019 07:41 PM2019-11-23T19:41:10+5:302019-11-23T19:41:10+5:30

प्रकाश आंबेडकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राकांपा के कुछ नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और (भाजपा प्रमुख) अमित शाह से मिले थे। (बैठक) का मकसद वर्षा प्रभावित किसानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना था। दो दिन पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल ने किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की थी। उसी समय (पवार-मोदी की मुलाकात) से धारणा बनने लगी थी कि कुछ चल रहा है।’’

Shiv Sena should not become parrot, why PM Modi-Sharad Pawar met in Delhi: Prakash Ambedkar | शिवसेना को तोता नहीं बनना चाहिए, पीएम मोदी-शरद पवार दिल्ली में क्यों मिलेः प्रकाश आंबेडकर

प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि वह राजनीतिक घटनाक्रम में उलटफेर से अचंभित नहीं हैं।

Highlightsमहाराष्ट्र में सियासी उलटफेर : प्रकाश आंबेडकर ने इशारों में शरद पवार पर साधा निशाना।शरद पवार ने 20 नवंबर को जाहिरा तौर पर महाराष्ट्र में किसानों की समस्या पर चर्चा के लिए संसद में प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी।

वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के नेता प्रकाश आंबेडकर ने महाराष्ट्र में शनिवार को हुए सियासी घटनाक्रम को हाल में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शरद पवार की बैठक से जोड़ा है, हालांकि उन्होंने राकांपा प्रमुख का नाम नहीं लिया।

महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार को नाटकीय उलटफेर में सुबह में देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद की और राकांपा नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। प्रकाश आंबेडकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राकांपा के कुछ नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और (भाजपा प्रमुख) अमित शाह से मिले थे। (बैठक) का मकसद वर्षा प्रभावित किसानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना था।

दो दिन पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल ने किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की थी। उसी समय (पवार-मोदी की मुलाकात) से धारणा बनने लगी थी कि कुछ चल रहा है।’’

शरद पवार ने 20 नवंबर को जाहिरा तौर पर महाराष्ट्र में किसानों की समस्या पर चर्चा के लिए संसद में प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। दो दिन बाद प्रधानमंत्री ने सदन में अनुशासन कायम रखने के लिए राकांपा की तारीफ की थी। प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि वह राजनीतिक घटनाक्रम में उलटफेर से अचंभित नहीं हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहले भी कह चुका हूं कि शिवसेना को तोता नहीं बनना चाहिए। राजनीति में सतर्क रहने की जरूरत होती है।’’ प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि यह विश्वास करना कठिन था कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने इतनी फुर्ती से कदम उठाया। उन्होंने आशंका जतायी कि मुंबई केंद्र प्रशासित क्षेत्र बन जाएगा । 

Web Title: Shiv Sena should not become parrot, why PM Modi-Sharad Pawar met in Delhi: Prakash Ambedkar

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