BJP नेता अनंत हेगड़े के बयान पर महाराष्ट्र में सियासी बयानबाजी जारी, विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा- "मामले को नागपुर सत्र में उठाएंगे"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 2, 2019 03:04 PM2019-12-02T15:04:37+5:302019-12-02T15:04:37+5:30
कांग्रेस ने महाराष्ट्र में भाजपा की अल्पकालिक सरकार बनने के संदर्भ में पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के कथित दावे को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब की मांग करते हुए कहा कि इससे मोदी सरकार की पोल खुल गई है।
बीजेपी नेता अब्दुल सत्तार द्वारा महाराष्ट्र सरकार को लेकर दिए गए 40,000 करोड़ रुपये वाले बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में सभी दलों की तरफ से सियासी बयानबाजी जारी हो गया है।
इस मामले में शिवसेना के विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि तत्कालीन-सीएम फड़नवीस ने महाराष्ट्र को मिले धन को वापस कर दिया है तो यह बयान बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि हम इस मामले को नागपुर सत्र में उठाएंगे।
कांग्रेस ने अनंत के बयान पर भाजपा का किया विरोध-
आपको बता दें कि कांग्रेस ने महाराष्ट्र में भाजपा की अल्पकालिक सरकार बनने के संदर्भ में पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के कथित दावे को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब की मांग करते हुए कहा कि इससे मोदी सरकार की पोल खुल गई है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने खोली मोदी सरकार की पोल, भाजपा का महाराष्ट्र विरोधी चेहरा बेनक़ाब हुआ।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या संघीय ढांचे को पांव तले रौंद दिया गया? क्या जनता और किसान की भलाई के काम आने वाला 40,000 करोड़ रुपया एक षड्यंत्र के तहत वापस ले लिया गया?’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जबाब दें।’’
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने कथित तौर पर दावा किया है कि उनकी पार्टी के देवेंद्र फड़नवीस को, मुख्यमंत्री के नियंत्रण वाली 40,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय निधि का दुरुपयोग होने से बचाने के लिए बहुमत न होने के बावजूद पिछले महीने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया।
हेगड़े ने मुख्यमंत्री के तौर पर फड़नवीस के दूसरी बार शपथ लेने के महज 80 घंटे बाद इस्तीफा देने के घटनाक्रम को नाटक बताते हुए कहा कि यह इसलिए किया गया ताकि विकास कार्यों के लिए दी गई निधि की रक्षा की जा सके।
हेगड़े के बयान पर संजय राउत ने कहा-
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने दावा किया कि उनकी पार्टी के देवेंद्र फड़नवीस को मुख्यमंत्री के नियंत्रण वाली 40,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय निधि का ‘दुरुपयोग’ होने से ‘बचाने’’ के लिए बहुमत न होने के बावजूद पिछले महीने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि फड़नवीस ने हेगड़े के बयान को खारिज करते हुए कहा है कि मेरे कार्यकाल में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने इसे महाराष्ट्र के साथ गद्दारी बताया है।
Bjp mp https://twitter.com/AnantkumarH?ref_src=twsrc%5Etfw">@AnantkumarH says @Dev_Fadanvis as CM for 80 hours, moved maharashtra's 40000 cr Rs to center ? This is treachery with maharshtra , महाराष्ट्र के साथ गद्दारी है https://twitter.com/officeof?ref_src=twsrc%5Etfw">@Officeof UT
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) https://twitter.com/rautsanjay61/status/1201368215554686981?ref_src=tws…">December 2, 2019
देवेंद्र फड़नवीस ने क्या कहा-
महाराष्ट्र में 80 घंटे के लिए BJP सरकार बनने को लेकर अनंत हेगड़े के बयान पर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि मेरे द्वारा सीएम के रूप में ऐसा कोई बड़ा नीतिगत निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे सभी आरोप झूठे हैं।
https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH Former Maharashtra CM & BJP leader Devendra Fadnavis on Ananth K Hegde (BJP) remark, 'Devendra Fadnavis became CM & in 15 hours he moved Rs 40,000 crores back to Centre': No such major policy decision has been taken by me as CM. All such allegations are false. https://t.co/wSEDOMGF4N">pic.twitter.com/wSEDOMGF4N
— ANI (@ANI) https://twitter.com/ANI/status/1201381961543176192?ref_src=twsrc%5Etfw">December 2, 2019
आपको बता दें कि शिवसेना ने कहा, “फड़नवीस को याद रखना चाहिए कि इतिहास में उन्हें ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा जिसने हर किसी को अंधेरे में रख कर और बहुमत के बिना अवैध तरीके से शपथ ली थी।” पार्टी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि वह उस पद (मुख्यमंत्री) पर महज “80 घंटों” के लिए रहे। अगर वह अपनी इस छवि से बाहर निकलना चाहते हैं तो उन्हें नेता प्रतिपक्ष के तौर पर नियमानुसार काम करना होगा और भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक दल के पूर्व नेता एकनाथ खड़से से ट्यूशन लेनी चाहिए। संपादकीय में कहा गया, “फडणवीस को विपक्ष के नेता की गरिमा बरकरार रखना चाहिए और उन गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए जो उन्होंने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री रहते हुए की थीं।”