महाराष्ट्र की सिसायी लड़ाई में सोशल मीडिया पर जो नाम सबसे चर्चा में रहा, वह हैं, शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत। इसके अलावा मीडिया के सामने भी संजय राउत बेबाक होकर अपनी राय रखते हैं। यही वजह है कि जब संजय राउत से BJP नेता पंकजा मुंडे के शिवसेना में शामिल होने के मामले में सवाल किया गया, तो उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा कि कई और भी नेता हमारे सम्पर्क में हैं।
इसके अलावा राउत ने भाजपा नेता अनंत हेगड़े के बयान पर कहा कि भाजपा और फड़नवीस राज्य के अपराधी हैं। उन्होंने इसके आगे कहा कि हेगड़े के बयान के बाद मुख्य सचिव को इश मामले में उद्धव ठाकरे के सामने राशि लौटाने पर स्पष्टीकरण देंना चाहिए। आपको बता दें कि अनंत हेगड़े ने कहा है कि यह जानते हुए कि हमारे पास बहुमत का आभाव है, फिर भी देवेंद्र फड़नवीस ने 80 घंटे के लिए प्रदेश के सीएम पद की शपथ ली। इसके पीछे एक बहुत अहम वजह थी। उन्होंने इसके पीछे के कारण को स्पष्ट करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य के विकास के लिए 40000 करोड़ रुपये दिए थे, इस पैसा को वापस लेने के लिए यह तय किया गया कि एक ड्रामा किया जाएगा।
इसी ड्रामा के तहत फड़नवीस 80 घंटे के लिए सीएम बने और 15 घंटे में वह 40,000 करोड़ रुपये केन्द्र को वापस कर दिए। अनंत हेगड़े ने कहा कि उन्हें पता था कि अगर कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना सरकार सत्ता में आती है तो वह विकास के लिए धन का दुरुपयोग करेगी। इसलिए इस ड्रामा को तैयार किया गया।
इसके अलावा आपको बता दें कि तकरीबन एक महीने तक चले महाराष्ट्र के पावर गेम में शिवसेना नेता संजय राउत ने आए दिन शायराना अंदाज में ट्वीट कर विपक्षियों को तंज कसा है। लेकिन संजय राउत का ये अंदाज सत्ता में काबिज होने के बाद भी जारी है।
संजय राउत ने आज ( 2 दिसंबर) भी एक शायराना अंदाज में ट्वीट किया। महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार का गठन हो चुका है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार(29 नवंबर) को दोपहर बाद औपचारिक रूप से अपना कार्यभार संभाला है।
संजय राउत ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''जिनके घर शीशे के होते होते हैं, वह दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंका करते।''