जयपुर: राजस्थान में करीब एक माह से अधिक समय से सियासी घमासान चल रहा है। आज (शुक्रवार) जयपुर में भारी बारिश के बीच विधानसभा सत्र कुछ घंटे के विलंब से शुरू हुआ। एनडीटीवी के मुताबिक, सत्र के शुरू होते ही कांग्रेस नेता व पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने विधानसभा में कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं आखिरी कतार में बैठा हूं। मैं राजस्थान से आता हूं, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है। बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है। इसलिए विधानसभा में मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया है-
विधानसभा सत्र के शुरुआत में ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया है। विधायकों को विधानसभा सत्र से पहले व्हिप जारी कर दिया गया था। हालांकि राजस्थान विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर सीपी जोशी की ओर से शोक अभिव्यक्ति की गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही एक बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
विधानसभा सत्र में चीनी सैनिकों के साथ हिसंक झड़प में गलवान घाटी में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष/स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे और कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी राजस्थान विधानसभा में पहुंचे हैं। हालांकि दोनों अशोक गहलतो खेमे के और सचिन पायलट खेमे के विधायक विधानसभा सत्र में अलग-अलग पहुंचे हैं।
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले अशोक गहलोत ने कहा- सत्य की जीत होगी
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार (14 अगस्त) को विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक पहले फिर कहा कि विधानसभा में सत्य की जीत होगी। गहलोत ने विधानसभा का पांचवां सत्र शुरू होने से पहले ट्वीट किया,'विधानसभा का सत्र आज शुरू हो रहा है, यह राजस्थान के लोगों व कांग्रेस विधायकों की एकता की जीत होगी, यह सत्य की जीत होगी: सत्यमेव जयते।'
बताया जा रहा था कि बीजेपी अविश्वास मत प्रस्ताव लाने की तैयारी में थी लेकिन अशोक गहलोत की सरकार ने पहले ही विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। अशोक गहलोत ने दावा किया है कि उनकी सरकार बहुत आसानी से बहुमत साबित कर देगी।
वहीं बहुजन समाज पार्टी (BSP) से कांग्रेस में विलय करने वाले छह विधायकों का केस अभी कोर्ट में है। इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर अपने विधायकों से व्हिप जारी कर कांग्रेस के खिलाफ वोट न करने को कहा है।