राजस्थान में जारी सियासी ड्रामे के बीच कांग्रेस ने सचिन पायलट को राजस्थान में उप-मुख्यमंत्री और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया, जिसकी जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने की। सचिन पायलट ने उपमुख्यमंत्री पद और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद अपना ट्विटर बायो बदल दिया और ट्वीट कर कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।
सचिन पायलट ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष हटाकर टोंक से विधायक कर लिया है। इसके अलावा उन्होंने पूर्व केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भी अपने बायो में लिखा है।
सचिन पायलट ने राजस्थान में उप-मुख्यमंत्री और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद ट्वीट किया, "सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।"
कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने ट्वीट कर कही ये बात
जितिन प्रसाद ने ट्वीट किया, "सचिन पायलट सिर्फ मेरे सहयोगी नहीं है, बल्कि मेरे मित्र हैं। इस तथ्य को कोई नकार नहीं सकता कि इतने वर्षों में उन्होंने पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया है। उम्मीद करता हूं कि हालात संभाले जा सकते हैं। दुखद है कि बात यहां तक पहुंची।"
बगावती रुख पर कांग्रेस ने लिया पायलट के खिलाफ एक्शन
गौरतलब है कि अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने के लिए पायलट एवं उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की है। पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है।