ओपन लेटर के बाद तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को बताया 'डरपोक', कहा- BJP से ज्यादा वे दोषी हैं
By पल्लवी कुमारी | Published: March 22, 2018 04:03 AM2018-03-22T04:03:27+5:302018-03-22T04:03:27+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा जो भी हिंसा हुई है चाहे वह अररिया हो, दरभंगा हो या फिर भागलपूर इन सबके दोषी नीतीश जी हैं।
पटना, 22 मार्च; आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ओपेन लैटर लिखा है। इस पत्र में बिहार में बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव पर चिंता जताते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा है कि राज्य में जिस तरह से हिंसा का वातावरण पैदा किया जा रहा है, वह जनता के हित में नहीं है। साथ ही नीतीश कुमार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की राजधर्म वाली सीख से नसीहत लेने की अपील की है।
खुला पत्र के बाद 21 मार्च को तेजस्वी यादव ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, हम जितना बीजेपी को दोषी मानते हैं, उससे भी ज्यादा हम बिहार के सीएम नीतीश कुमार को दोषी मानते हैं। जो भी हिंसा हुई है, चाहे वह अररिया हो, दरभंगा हो या फिर भागलपूर इन सबके दोषी नीतीश जी हैं।
Hum jitna BJP ko doshi maante hain, usse zyada hum dosh Bihar ke CM ko maante hain. Jo bhi hinsa huyi hai, woh chaahe Araria ho, Bhagalpur ya Darbhanga ho, iska doshi aur koi nahi Nitish Kumar ji hain: Tejashwi Yadav, RJD #Bihar (21.3.18) pic.twitter.com/WbCjLuwyCr
— ANI (@ANI) March 21, 2018
उन्होंने आगे कहा, जिन लोगों ने दंगा भड़काया है, वह दबंग होकर घोटाले करते हैं। गिरिराज सिंह दलितों के जमीन पर कब्जा कर लेते हैं और सात महीने तक कोई केस दर्ज नहीं होता है। इनकी दबंगई JDU के सामने ही चलती है। नीतीश जी एकदम डरपोक किस्म का फैसला ले रहे हैं।
Jin logon ne danga bhadkaya woh ek dam dabang hoke ghotale karte hain. Giriraj Singh daliton ka zameen hadapte hain aur 7 mahine tak koi FIR nahi hoti. Inki dabangayi JDU ke saamne chalti hai. Nitish ji ek dam darpok kisam ke faisle le rahe hain: Tejashwi Yadav, RJD. (21.3.18) pic.twitter.com/B313MShj1g
— ANI (@ANI) March 21, 2018
तेजस्वी ने खुला पत्रा में लिखा, 'जब से राज्य में NDA सरकार बनी है तब से हिंसा की अनेकों वारदातें हो चुकी हैं जिसमें अफवाह फैला कर एक विशेष समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया और उस क्षेत्र के लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने का प्रयास किया गया। अभी भागलपुर में भी बिना प्रशासनिक अनुमति के संघ समर्थित एक जुलूस निकाला गया और ठीक उसके बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा में गोलियां तक चली।'
यहां देखें तेजस्वी का पत्र