लाइव न्यूज़ :

पीएम मोदी पर कांग्रेस ने बोला हमला, कहा-राज्यसभा में भाषण झूठ का पुलिंदा

By शीलेष शर्मा | Updated: February 8, 2021 16:06 IST

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री ने तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर उठाए गए मुद्दों पर बात करने की बजाय, बिना तथ्य के बातें कर सदन को गुमराह करने का प्रयास किया।

Open in App
ठळक मुद्देप्रधानमंत्री ने सिर्फ राजनीतिक तकरीर की, समस्या का समाधान नहीं बताया : कांग्रेस।किसानों एवं देश के लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया।कांग्रेस और अन्य दलों के लोगों ने सदन में बताया कि इन कानूनों में क्या खामियां हैं।

नई दिल्लीः राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को झूठ का पुलिंदा बताते हुये कांग्रेस ने मोदी के भाषण की कड़ी आलोचना करते हुये तीखा हमला बोला।

पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी की इस टिप्पणी पर कड़ा एतराज़ जताते हुये पूछा कि मोदी कहते हैं कि तीनों कृषि क़ानूनों में क्या गलत है यह किसी को पता ही नहीं, क्या संसद में बैठा समूचा विपक्ष, पढ़े लिखे किसान और देश के वैज्ञानिक मूर्ख हैं जिनको यह पता नहीं कि एपीएमसी, कॉन्ट्रैक्ट फ़ार्मिंग और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तीनों क़ानून कितने घातक हैं।

उनका सीधा इशारा था कि मोदी केवल अपने आप को बुद्धिमान समझते हैं। पार्टी का मानना था कि मोदी किसानों की समस्या पर कुछ ठोस बात कहेंगे लेकिन उनका भाषण कोरी लफ़्फ़ाज़ी थी यही कारण था कि कांग्रेस ने भाषण के बाद सदन से बहिर्गमन का फ़ैसला किया। 

पूर्व कृषि मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह ने मोदी को जुमलेबाज़ बताते हुये कहा कि बड़ी संख्या में आंदोलनकारी किसान शहीद हो गये लेकिन यह कैसा प्रधानमंत्री है जिसके पास उनके परिवारों के लिये सांत्वना के दो शब्द भी नहीं थे।

सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने सवाल उठाया कि चीन पर मोदी ने एक शब्द तक नहीं बोला, बिहार रेजिमेंट के जवान शहीद हो गये और पीएम उनका जिक्र भी नहीं करते इससे अधिक शर्मनाक और क्या हो सकता है। दीपेंद्र हुड्डा ने पार्टी की ओर से तुरंत तीनों क़ानून वापस लेने की मांग उठाई। 

खड़गे ने संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमारी अपेक्षा थी कि प्रधानमंत्री किसान आंदोलन और देश में मचे हल्ले को देखकर तीनों कानूनों को वापस लेने की बात करेंगे। वह फिर सभी संबंधित पक्षों से बातचीत करके तथा संसद को भरोसे में लेकर नए कानून की पहल की भी बात करेंगे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन प्रधानमंत्री ने इसे नजरअंदाज कर दिया। प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि लोग कानूनों को बिना पढ़े ही बातें कर रहे हैं। क्या हम लोग बिना पढ़े बोल रहे हैं?’’

खड़गे ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री के भाषण में कोई तथ्य नहीं था। वह सिर्फ राजनीतिक तकरीर करते हैं, इस बार भी वही करके चले गए। उन्होंने सदन को गुमराह किया। किसानों की समस्याओं को सुलझाने के लिए उन्होंने कोई बात नहीं की।’’

पार्टी के राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया, ‘‘दुख के साथ कहना पड़ता है कि जिस तरह से प्रधानमंत्री ने जवाब दिया है उससे देश के लोगों को शर्म आती है। क्या प्रधानमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को संसद के भीतर मजाकिया बातें करनी चाहिए ? प्रधानमंत्री ने विश्वासघात किया है। वह कम से कम ‘शहीद’ किसानों के लिए दो शब्द कह सकते थे।’’

टॅग्स :कांग्रेसनरेंद्र मोदीसोनिया गाँधीकिसान आंदोलनसंसद बजट सत्र
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा