भाजपा के सतीश चन्द्र दुबे बिहार से राज्यसभा चुनाव के लिये एकमात्र सीट पर इकलौते उम्मीदवार हैं, जिससे उनके निर्विरोध चुने जाने का रास्ता लगभग साफ हो गया है।
भाजपा प्रत्याशी सुधांशु त्रिवेदी ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिये शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया। आम सहमति से राजग के उम्मीदवार चुने गए दुबे शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि के दिन नामांकन दाखिल करने वाले इकलौते उम्मीदवार रहे।
दुबे ने विधानसभा सचिव सह निर्वाचन अधिकारी बटेश्वर नाथ पांडे के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किये। इस दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष देवेश कुमार, जदयू के मंत्री नंदकिशोर यादव और श्रवण कुमार समेत कई नेता मौजूद रहे।
निर्वाचन अधिकारी पांडे ने कहा, "एकमात्र उम्मीदवार भाजपा के सतीश चन्द्र दुबे ने राज्यसभा की एकमात्र सीट पर उपचुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल किये।" मशहूर वकील और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम जेठमलानी के निधन के चलते उपचुनाव की जरूरत पड़ी है, जो 2016 में राजद के टिकट पर राज्यसभा के लिये चुने गए थे।
दुबे को नौ अक्टूबर को सर्वसम्मति से राज्यसभा के लिये चुना जाएगा क्योंकि राजद नीत महागठबंधन या किसी अन्य पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
भाजपा प्रत्याशी सुधांशु त्रिवेदी ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिये शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया। विधानसभा के विशेष सचिव बी बी दुबे ने बताया कि त्रिवेदी ने अपने नामांकन पत्र के तीन सेट दाखिल किये। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री और भाजपा के कई नेता मौजूद थे।
दुबे ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच शनिवार को की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि नौ अक्टूबर है। यह सीट पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन के बाद रिक्त हुई थी। उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा के प्रचंड बहुमत को देखते हुए पार्टी प्रवक्ता त्रिवेदी का जीतना लगभग तय माना जा रहा है।