राजस्थान: सरकार गिराने की साजिश के मामले में भंवरलाल और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह पर राजद्रोह का केस, SOG ने दर्ज किया मामला
By भाषा | Updated: July 17, 2020 14:02 IST2020-07-17T13:57:09+5:302020-07-17T14:02:47+5:30
एसओजी की ओर से ये एफआईआर कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत पर दर्ज की गयी हैं। वायरल ऑडियो को लेकर कांग्रेस का दावा है कि इनमें से एक आवाज केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की भी है।

राजस्थान: एसओजी ने दो और FIR की दर्ज (फोटो- एएनआई)
राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) ने विधायकों की खरीद फरोख्त के जरिए राजस्थान की चुनी हुई कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश के आरोपों में दो और प्राथमिकियां शुक्रवार को दर्ज कीं। ये प्राथमिकियां कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत पर दर्ज की गयी हैं।
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक अशोक राठौड़ ने बताया, ‘विधायकों की खरीद फरोख्त और सोशल मीडिया में वायरल हुए कथित ऑडियो की जांच के लिए आईपीसी की धारा 124 ए (राजद्रोह) तथा 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत दो एफआईआर दर्ज की गयी हैं।’
उन्होंने कहा कि ऑडियो रिकार्डिंग में जिन संजय जैन का नाम सामने आया है उन्हें बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था और उनसे पूछताछ की जा रही है। मुख्य सचेतक जोशी ने इस बारे में बृहस्पतिवार की रात को गजेंद्र सिंह, संजय जैन और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के खिलाफ शिकायत देकर प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने का आग्रह किया था।
कांग्रेस का आरोप- गजेंद्र सिंह हैं साजिश में शामिल
मीडिया में वायरल हुए ऑडियो में कथित तौर पर विधायकों की खरीद फरोख्त की बात की जा रही है और कांग्रेस का दावा है कि इनमें से एक आवाज केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की भी है। हालांकि भाजपा नेताओं ने इस ऑडियो को फर्जी बताते हुए इसे खारिज किया है। जोशी ने कहा, ‘सोशल मीडिया में ऑडियो वायरल होने के बाद मैंने इसकी जांच का आग्रह करते हुए एसओजी में शिकायत की। मामला दर्ज किया गया है लेकिन मुझे इसकी कॉपी नहीं मिली है।’
जोशी ने कहा कि उन्होंने पहले भी इस बारे में शिकायत की थी लेकिन साक्ष्यों को लेकर अनेक सवाल उठे और जांच में देरी हुई लेकिन यह ऑडियो एक नया साक्ष्य है। उन्होंने कहा कि ऑडियो रिकार्डिंग में जिनकी आवाज है उन्हें पहचान कर उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
राज्य में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को गिराने के षड्यंत्र और विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के मामले में एसओजी इन्हें मिला कर अब तक तीन एफआईआर दर्ज कर चुकी है।