rajasthan political crisis: कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सरकार के खिलाफ काम करने वाले विधायकों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास
By अनुराग आनंद | Updated: July 13, 2020 16:27 IST2020-07-13T16:20:16+5:302020-07-13T16:27:29+5:30
सीएम अशोक गहलोत खुद भी एक बस में विधायकों के साथ सवार होकर होटल के लिए निकल गए हैं।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट पर कार्रवाई का रास्ता साफ! (एएऩआई फोटो)
जयपुर:कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने सरकार के खिलाफ काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं व विधायकों पर कार्रवाई का रास्ता साफ कर दिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सरकार के खिलाफ काम करने वाले विधायकों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास हो गया है। अब गहलोत सचिन पायलट को लेकर जरा भी वापसी की मूड में नहीं हैं।
इसके साथ ही राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया कि बीजेपी लोकतंत्र को खत्म कर रही है और राजस्थान की 8 करोड़ जनता का अपमान कर रही है। विधायक दल ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भरोसा जताया है। अशोक गहलोत की सरकार को विधायक दल का समर्थन है।
Resolution passed at Congress Legislative Party (CLP) meet: This meet urges that strict disciplinary action be taken against any office bearer or member of Legislative Party who indulges in activities against the Congress govt, party or gets involved in any conspiracy. #Rajasthan
— ANI (@ANI) July 13, 2020
कांग्रेस दल की बैठक खत्म लेकिन संकट बरकरार-
बैठक भले ही समाप्त हो गई हो लेकिन अशोक गहलोत सरकार की संकट अभी समाप्त नहीं हुई है। यहि वजह है कि राजस्थान में सत्ता का सिंहासन बचाने के लिए रिजॉर्ट पॉलिटिक्स स्टार्ट हो गया है। अब बाड़ेबंदी के लिए विधायकों को बसों के जरिए होटल ले जाया जा रहा है। इस दौरान मंत्री ममता भूपेश ने विक्ट्री साइन दिखाया।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, सीएम अशोक गहलोत खुद भी एक बस में विधायकों के साथ सवार होकर होटल के लिए निकल गए हैं। इस दौरान गहलोत के समर्थक सभी विधायकों को बसों से होटल ले जाया गया है। दिल्ली से जयपुर पहुंचे पर्यवेक्षकों की टीम भी अपनी गाड़ी से उनके साथ होटल के लिए रवाना हो गए हैं।
राजस्थान के सीएम ने मीडिया के सामने 100 विधायकों का किया दावा-
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार सुबह करीब 12 बजे मीडिया को अपने आवास में बुलाया है, जहां पर विधायकों की संख्या का शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा था। इस दौरान अशोक गहलोत की ओर से लगातार 100 से अधिक विधायकों के समर्थन की बात कही जा रही थी। इस दौरान अशोक गहलोत ने मीडिया के सामने विक्ट्री साइन दिखाया।
जानकारी यह भी है कि सचिन पायलट ने प्रियंका गांधी से बात करते हुए वित्त और गृह मंत्रालय मांगा है, साथ ही अपने लिए प्रदेश अध्यक्ष का पद भी मांगा है। इस मामले में प्रियंका गांधी लगातार अशोक गहलोत व सचिन पायलट से बात कर रही हैं।
इस बैठक में वो चार विधायक भी मौजूद थे, जो पायलट के साथ दिल्ली पहुंचे थे। इस बैठक में भले ही दावा गहलोत ने सरकार के बचे रहने का किया हो, लेकिन अभी भी संकट पूरी तरह से टला नहीं है। यही वजह है कि सीएम विधायकों को लेकर होटल रवाना हो गए हैं।
सचिन पायलट ने कहा है कि उनके साथ करीब 25 विधायक हैं-
इस बीच उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार रात दावा किया कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है। अब सोमवार को उन्होंने कहा है कि 25 विधायक तो उनके साथ ही बैठे हैं। ऐसे में गहलोत का दावा सही नहीं है।
एक अधिकारिक बयान में पायलट ने कहा कि वह सोमवार को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से सरकार को बीजेपी द्वारा अस्थिर करने के प्रयास का आरोप लगाने के बाद राजनीतिक संकट के बीच पायलट की यह पहली प्रतिक्रिया है।