नई दिल्लीः राजस्थान सरकार को गिराने की कथित साजिश से जुड़े दो ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद लगे फोन टैपिंग के आरोपों के संबंध में बीजेपी के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि सरकार के पास फोन टैप करने का अधिकार है, लेकिन इस मामले में गृह विभाग को जानकारी व उसकी अनुमति होनी चाहिए। कोई भी निजी व्यक्ति फोन टैप करने के लिए अधिकृत नहीं है। यह काम लोकेश शर्मा नाम के व्यक्ति ने किया है, जो स्वयं को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताता है। वह अधिकृत नहीं है, उन्होंने कानून का उल्लंघन किया। कटारिया पिछली वसुंधरा सरकार में राज्य के गृहमंत्री रह चुके हैं।
गुलाबचंद कटारिया ने आगे कहा कि बीजेपी ने कभी फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं की, अब भी नहीं की। हम उनकी लड़ाई देख रहे हैं। जब समय सही होगा और हमें कुछ करना होगा, हम चर्चा करेंगे और उस दिशा में आगे बढ़ेंगे। अब तक हमें अनावश्यक रूप से इस मामले में घसीटा जा रहा है।
दरअसल, फोन टैपिंग के मामले में केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी। गृह मंत्रालय की ओर से भेजे गए पत्र में राजस्थान के मुख्य सचिव से फोन टैपिंग के आरोपों के बारे में रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।
बीजेपी ने की सीबीआई से जांच कराने की मांग
राजस्थान पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो (एसीबी) ने दोनो ऑडियो क्लिप के मामले में भ्रष्टाचार निरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया है। इन दोनों टेप में कथित रूप से गहलोत सरकार को गिराने के लिए किए गए षड्यंत्र से जुड़ी बातचीत रिकॉर्ड है। बीजेपी ने इन टेपों की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार लोगों के फोन टैप करवा रही है।
महेश जोशी की शिकायत के आधार FIR हुई दर्ज
राजस्थान एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने कहा कि एजेंसी ने कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी में बागी विधायक भंवरलाल शर्मा की गजेन्द्र सिंह और एक अन्य व्यक्ति संजय जैन के साथ बातचीत का विस्तृत ब्योरा है। कांग्रेस का दावा है कि ऑडियो टेप में जिस गजेन्द्र सिंह का नाम आ रहा है वह केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह ही हैं।