नई दिल्लीः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच छिड़ी जंग में सोनिया गांधी के कहने पर भले ही सचिन की कांग्रेस में वापसी के दरवाज़े बंद कर दिये गये हो, लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अभी भी सचिन की पार्टी में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है।
सूत्रों के अनुसार पर्दे के पीछे से राहुल लगातार यह कोशिश कर रहे हैं कि सचिन को समझा -बुझा कर पार्टी में वापस लाया जाये। राहुल की इस कोशिश की भनक तब लगी जब आज सुबह उन्होंने रणदीप सुरजेवाला को फोन पर निर्देश दिये कि संवाददाता सम्मेलन में हमला करते समय सचिन को लेकर अपना रुख नरम रखें, उन पर सीधे आरोप न लगाये जायें।
सुरजेवाला ने भंवर लाल शर्मा और गजेंद्र सिंह शेखावत पर तो तीखा हमला किया लेकिन सचिन से केवल स्थिति साफ़ करने को ही कहा। राहुल की सचिन के प्रति नरमी का बड़ा कारण उनकी पी चिदंबरम से हुयी बातचीत थी, दरअसल चिदंबरम ने कल रात राहुल को सचिन से हुयी बातचीत का ब्योरा देते हुये बताया कि सचिन के तेवर काफ़ी नरम थे।
उन्होंने उनको सलाह दी है कि वह पार्टी आलाकमान से बात करें और जो कुछ अब तक किया है उस पर क्षमा मांग ले। चिदंबरम राहुल के कहने पर ही सचिन से लगातार संपर्क बनाये हुये हैं। स्वयं चिदंबरम ने सचिन से हुयी बातचीत की पुष्टि की है।
सूत्रों के अनुसार पिछले 72 घंटों में चिदंबरम 8 से अधिक बार सचिन पायलट से बात कर चुके हैं। पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि पार्टी नेतृत्व सचिन को तो माफ कर सकता है लेकिन उन विधायकों को दण्डित जरूर करेगा जो सचिन और भाजपा नेताओं के बीच संपर्क सूत्र बने हुये थे ,इससे जहाँ सचिन की ताक़त कमज़ोर होगी वहीं पार्टी में कड़ा संदेश भी दिया जा सकेगा।
पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अब भी पायलट के लिए दरवाजे खुले रखना चाहता है
सचिन पायलट के अदालत का रुख करने के बाद कांग्रेस नेताओं का एक धड़ा मानता है कि राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री बहुत आगे जा चुके हैं। हालांकि सूत्रों ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अब भी पायलट के लिए दरवाजे खुले रखना चाहता है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि पार्टी नेतृत्व ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा है कि वह पायलट के खिलाफ तल्ख टिप्पणियों से परहेज करें। सूत्रों का कहना था कि पायलट को स्पष्ट तौर पर बताया गया कि उनके लिए कांग्रेस पार्टी के दरवाजे अब भी खुले हुए हैं, लेकिन उन्हें बिना शर्त वापस आना होगा।
खबर है कि उनसे यह भी कहा गया है कि कांग्रेस उनसे जुड़े हालिया घटनाक्रमों को भूलने के लिए तैयार है और वापसी पर उन्हें पूरा सम्मान दिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जयपुर में गहलोत के साथ बंद कमरे में बैठक की और उनसे पायलट के खिलाफ सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करने का आग्रह किया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि यह पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कहने पर किया गया है। सूत्रों के मुताबिक गहलोत कहना था कि वह पायलट के खिलाफ नहीं है, लेकिन उन्हें पहले ‘भाजपा की मेहमाननवाजी’ छोड़नी होगी और कांग्रेस में बिना शर्त वापसी करनी होगी। गौरतलब है कि बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार देने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जारी नोटिस को सचिन पायलट के साथियों ने राजस्थान उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। उच्च न्यायालय की खंडपीठ याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगी।