राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने कहा है कि सचिन पायलट से पिछले 48 घंटे में कई बार बात हुई है। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे खुले हैं और पार्टी किसी की समस्या के समाधान के लिए बात करने को तैयार है। रणदीप सुरजेवाला ने साथ ही कहा कि जिस घर में बर्तन होते हैं वहीं खटकते हैं लेकिन ये साफ है कि राजस्थान में सरकार को कोई खतरा नहीं है।
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में संकट के बीच बतौर पर्यवेक्षक गए रणदीप सुरजेवाला ने साथ ही कहा, 'मैं सभी कांग्रेस विधायकों से आग्रह करता हूं कि लोगों ने कांग्रेस के लिए वोट किया था ताकि राज्य में स्थिर सरकार चले। इसलिए सभी विधायकों को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आज हिस्सा लेना चाहिए और सरकार को और मजबूत बनान चाहिए।'
सुरजेवाला ने आगे कहा, 'भले ही कोई किसी भी पद पर हो या उसे कोई भी समस्या हो तो उन्हें आगे आकर पार्टी फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए। हम समस्याओं का मिल कर समाधान निकालेंगे और राज्य में अपनी सरकार को स्थिर रखेंगे।'
'बीजेपी कितनी भी साजिश रच ले, सरकार स्थिर है'
रणदीप सुरजेवाला ने ये भी कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि कांग्रेस की सरकार स्थिर है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी। बीजेपी की ओर से कितनी भी साजिश हो जाए वो हमारी सरकार को अस्थिर करने में सफल नहीं होंगे।'
गौरतलब है कि सचिन पायलट शनिवार से दिल्ली में हैं। हालांकि, उनकी मुलाकात न ही सोनिया गांधी और न ही राहुल गांधी से हुई है। इस बीच सचिन पायलय की रविवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया से भेंट जरूर हुई। सुरजेवाला ने हालांकि तमाम सियासी उठापटक के बीच उम्मीद जताई कि जल्दी सभी चीजें सुलझा ली जाएंगी।
गहलोत सरकार अल्पमत में!
इससे पहले रविवार को सचिन पायलट ने दावा किया था कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि उन्हें 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है।
पायलट के समर्थक माने जाने वाले कुछ विधायकों के शनिवार को दिल्ली में होने के वजह से गुटबाजी की चर्चा को हवा मिली थी। हालांकि तीन ऐसे विधायकों ने जयपुर आकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि दिल्ली वे अपने व्यक्तिगत कारणों से गये थे।