इन सीटों के नतीजे बताते हैं कि राहुल को मिला मंदिरों में मत्था टेकने का फल!
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 19, 2017 02:17 PM2017-12-19T14:17:49+5:302017-12-19T14:22:53+5:30
गुजरात चुनाव के पूरे कैम्पेन के दौरान राहुल की कोशिश 'सॉफ्ट हिंदुत्व' दिखाने की रही है।
गुजरात में तीन महीनों के चुनावी कैम्पेन में राहुल गांधी ने 18 विधानसभाओं के 27 मंदिरों के दर्शन किए। इस पूरे कैम्पेन के दौरान राहुल की कोशिश सॉफ्ट हिंदुत्व दिखाने की रही है। सोमनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान राहुल का नाम गैर हिंदू रजिस्टर में दर्ज हुआ जिसे बीजेपी ने मुद्दा बनाया। कांग्रेस ने बचाव करते हुए राहुल गांधी को ना सिर्फ हिंदू बल्कि जनेऊधारी हिंदू बताया। नतीजों में इसका सकारात्मक असर भी देखने को मिला। कांग्रेस 2012 के 61 सीटों के आंकड़ें से बढ़कर 77 सीटों पर पहुंच गई है।
सोमनाथ जिले की चारो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया है। 2012 में यहां कांग्रेस को महज एक सीट मिली थी जबकि बीजेपी के हिस्से 3 सीटें आई थी। गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी का कहना है कि बीजेपी ने राहुल गांधी के मंदिर दर्शनों का मजाक बनाया लेकिन नतीजों ने दिखा दिया है कि जनता उनके साथ है।
राहुल गांधी ने इन मंदिरों के दर्शन किए
- अंबाजी मंदिर (दंता)
- बहुच्राजी माता मंदिर (बेच्राजी)
-चामुंडा माता मंदिर (चोटिला)
स्वामीनारायण मंदिर (गधडा)
अक्षरधाम मंदिर (गांधीनगर उत्तर)
वीर माया मंदिर (पाटन)
सोमनाथ मंदिर
उमिया माता मंदिर (उंझा)
शामली जी मंदिर (भिलोडा)
रणछोडराई मंदिर (डकोर)
कबीर मंदिर (दाहोद)
रणछोडराई मंदिर (पेटलड)
उनई माता मंदिर (वन्सडा)
भाथीजी महाराज मंदिर (फग्वेल)
खोडियार माता मंदिर
सदाराम बापा मंदिर (राधनपुर)
देव मोरगा माता मंदिर (डेडियापाडा)
वालीनाथ मंदिर (वाव)
जगन्नाथ मंदिर (अहमदाबाद)
उधर नरेंद्र मोदी के 'नीच' का मुद्दा भी बीजेपी के लिए काफी फायदेमंद रहा है। पीएम मोदी ने सूरत में कहा था, 'श्रीमान मणिशंकर अय्यर ने आज कहा कि मोदी नीच जाति का है। यह गुजरात का अपमान है। यह उनकी मुगल मानसिकता है, जहां कोई आदमी अच्छे कपड़े पहनता है तो उन्हें दिक्कत क्यों होती है।' सूरत की 16 में से 15 सीट पर बीजेपी को जीत हासिल हुई।