कांग्रेस नेता और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि वो केवल अपनी छवि बनाने की कोशिश में जुटे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने अपने वीडियो सीरीज 'सत्य का सफर: राहुल गांधी के साथ' को ट्विटर पर शेयर करते हुए ये बात कही।
राहुल गांधी ने अपने इस सीरीज की तीसरी कड़ी आज जारी की है। राहुल ने इस वीडियो को जारी करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'पीएम 100 प्रतिशत अपनी छवि बनाने पर ध्यान दे रहे हैं। भारत के सभी बंधक बनाई जा चुकी संस्थाएं इसी काम को करने में व्यस्त हैं। एक व्यक्ति की छवि एक राष्ट्रीय विजन का विकल्प नहीं है।'
राहुल ने भारत-चीन तनातनी का किया जिक्र
राहुल ने चीन के साथ भारत के निपटने का जिक्र करते हुए कहा, 'अगर आप उनसे निपटने के लिए मजबूत स्थिति में हैं, तभी आप काम कर पाएंगे। उनसे वो हासिल कर पाएंगे, जो आपको चाहिए और यह सचमुच में किया जा सकता है। लेकिन अगर उन्होंने (चीन) ने कमजोरी पकड़ ली, तो फिर गड़बड़ है।'
राहुल ने आगे कहा कि बगैर किसी दृष्टिकोण के चीन से नहीं निपटा जा सकता है। राहुल ने कहा, मैं केवल राष्ट्रीय दृष्टिकोण की बात नहीं कर राह हूं, मेरा मतलब अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण से है। बेल्ट एंड रोड, यह धरती की प्रकृति को बदलने का प्रयास है। भारत को वैश्विक दृष्टिकोण अपनाना होगा। भारत को अब 'विचार' बनाना होगा और वो भी वैश्विक विचार। दरअसल बड़े स्तर पर सोचने से ही भारत की रक्षा की जा सकती है।'
'चीन से सीमा विवाद के लिए बदलना होगा तरीका'
राहुल ने कहा कि भारत को चीन से सीमा विवाद को खत्म करने के लिए अपना तरीका बदलना होगा। राहुल ने कहा, हमें अपनी सोच बदलनी होगी। इस जगह हम दोराहे पर खड़े हैं। हम एक तरफ जाते हैं तो बड़ी भूमिका में आएंगे। अगर दूसरी तरफ चले गए तो अप्रासंगिक हो जाएंगे। इसलिए मैं चिंतित हूं कि एक बड़ा अवसर गंवाया जा रहा है। क्योंकि दूर की नहीं सोच रहे हैं, बड़े स्तर पर नहीं सोच रहे हैं।
राहुल ने आगे कहा, हम आपस में लड़ रहे हैं। जरा राजनीति की ओर देखिए। दिन भर, सारा दिन भारतीय आपस में लड़ रहे हैं। मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री मेरे प्रतिद्वंदी हैं और इसलिए मेरी जिम्मेदारी उनसे सवाल पूछने की है। मेरा दायित्व है कि मैं प्रश्न पूछता रहूं और दबाव डालूं, ताकि वो काम करें।'
गौरतलब है कि इससे पहले राहुल गांधी ने अपने वीडियो सीरीज की दूसरी कड़ी में आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आने के लिए अपनी एक फर्जी मजबूत व्यक्ति की छवि तैयार की थी और यही अब यह भारत की सबसे बड़ी कमजोरी बन गई है।