कांग्रेस कार्य समितिः राहुल गांधी ने ‘सांठगांठ’ वाली कोई बात नहीं की, आजाद बोले- दूसरे नेताओं की टिप्पणी पर मैंने की इस्तीफे की पेशकश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 24, 2020 04:59 PM2020-08-24T16:59:53+5:302020-08-24T17:07:06+5:30
राहुल गांधी ने यह कभी नहीं कहा, न ही CWC में या बाहर कि यह पत्र (पार्टी नेतृत्व पर सोनिया गांधी को) भाजपा के साथ मिलकर लिखा गया था : गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस
नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा होने के बाद कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं की भाजपा के साथ सांठगांठ होने जैसी कोई बात नहीं की।
उन्होंने यह भी कहा कि सीडब्ल्यूसी से बाहर के कुछ नेताओं ने ऐसा आरोप लगाया था जिसको लेकर उनकी तरफ से कहा गया कि आरोप साबित होने पर इस्तीफा दे देंगे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘मीडिया के एक हिस्से में यह गलत कहा जा रहा है कि मैंने सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी से कहा कि वह भाजपा के साथ सांठगांठ के जरिए हम लोगों की ओर से पत्र लिखे जाने की बात साबित करें। मैं स्पष्ट कर देता हूं कि राहुल गांधी ने न तो सीडब्ल्यूसी की बैठक के भीतर या बाहर ऐसा कहा कि यह पत्र भाजपा की शह पर लिखा गया है।’’
आजाद के मुताबिक, मैंने सिर्फ यह कहा था कि कल कांग्रेस के कुछ लोगों ने कहा था कि हमने भाजपा की तरफ से ऐसा किया। इस संदर्भ में मैंने कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे कुछ साथियों (सीडब्ल्यूसी के बाहर के) ने हम पर भाजपा के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया और अगर वो लोग यह साबित कर दें तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। खबरों में कहा गया था कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल ने कथित तौर पर यह कहा कि पत्र लिखने वाले नेता भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं।
Rahul Gandhi never said it, neither in CWC or outside, that this letter (to Sonia Gandhi about party leadership) was written in collusion with BJP: Ghulam Nabi Azad, Congress (File pic) pic.twitter.com/nv0MWWyodV
— ANI (@ANI) August 24, 2020
सोनिया ने पद छोड़ने की पेशकश की, सीडब्ल्यूसी से नया अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया आरंभ करने को कहा
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पद छोड़ने की पेशकश की और कहा कि सीडब्ल्यूसी नया अध्यक्ष चुनने के लिए प्रक्रिया आरंभ करे। सूत्रों के अनुसार, सीडब्ल्यूसी की बैठक आरंभ होने के बाद सोनिया ने कहा कि वह अंतरिम अध्यक्ष का पद छोड़ना चाहती हैं और उन्होंने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को विस्तृत जवाब भेजा है। एक सूत्र ने कहा कि इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि वह पद पर बनी रहें।
सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद और पत्र लिखने वाले कुछ नेताओं एवं उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों का हवाला दिया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया। नेतृत्व के मुद्दे पर कांग्रेस के दो खेमों में नजर आने की स्थिति बनने के बीच पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हो रही है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस वक्त नया सियासी तूफान आ गया जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई।
हालांकि, इस पत्र की खबर सामने आने के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ एवं युवा नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा जताया और इस बात पर जोर दिया कि गांधी परिवार ही पार्टी को एकजुट रख सकता है।