रविवार को राष्ट्रपति द्वारा आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने उनपर ही सवाल खड़े कर दिए। आप पार्टी विधायक सोमनाथ भारती ने रविवार को ट्वीट करके कहा कि, 'पता चला है कि राष्ट्रपति भवन ने देश के हित में रविवार को छुट्टी के दिन 20 आप विधायकों को अयोग्य ठहरा दिया। उम्मीद है कि हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल देंगें और 'मोदीफाइड राष्ट्रपति और मुख्य चुनाव आयुक्त' के ऐसे सभी बर्बर और अलोकतांत्रिक फैसलों को पलट देंगे।'
वहीं पूर्व पार्टी विधायक अनिल वाजपेयी ने एक निजी टीवी चैनल पर इंटरविउ के दौरान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बीजेपी और आएसएस का एजेंट कहा।
बता दें कि आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित किया गया है। चुनाव आयोग की ओर से की गई सिफारिश को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी दे दी है। 'लाभ का पद' के मामले में इन सभी विधायकों को दोषी पाया गया जिसके बाद इन्हें अयोग्य घोषित किया गया। इससे पहले चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद आम आदमी पार्टी ने हाई कोर्ट से गुहार लगाई थी। उच्च न्यायालय ने इस मामले में किसी भी तरीके की फौरी राहत देने से इनकार कर दिया था।
जिन विधायकों को अयोग्य घोषित किया गया है उनमें, राजेश गुप्ता, मदन लाल, विजेंद्र गर्ग, अवतार सिंह, शरद चौहान, सरिता सिंह, संजीव झा, सोम दत्त, शिव चरण गोयल, अनिल बाजपेयी, मनोज कुमार, नितिन त्यागी, सुखबीर दलाल, कैलाश गहलौत, आदर्श शास्त्री, अलका लांबा जैसे नाम शामिल है।